तलाक की इस दुनिया में मिले सच्चे कपल, आखिरी सांस तक पत्नी ने साथ देकर बता दिया क्या…
सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर विवेक पंगेनी की हुई मौत Image Credit source: Instagram
शादी का मतलब होता है कि दो लोग एक-दूसरे से प्यार करते हैं और जिंदगी भर साथ रहने का फैसला करते हैं. कहा भी जाता है कि वैवाहिक जीवन दो पहिए की गाड़ी है. जिसमें पति-पत्नी दो पहिए हैं. जहां दोनों को एकदूसरे का सहारा बनकर आगे बढ़ना होता है. हालांकि पति-पत्नी का रिश्ता जितना मजबूत होता है, उतना ही इस रिश्ते ही डोर नाजुक भी होती है. जबकि आज के दौर में लोग इस बात समझते ही नहीं है और पैसों के लिए अपने रिश्ते को तोड़ देते हैं और अतुल सुभाष जैसी कहानियां सामने आती है. अब ऐसा नहीं है कि हर महिला अपने पति के सिर्फ दौलत से ही प्यार करती है. कोई-कोई सच में ऐसी मोहब्बत करता है कि दुनिया के लिए मिसाल बन जाता है. प्रेम की एक ऐसी ही कहानी इन दिनों चर्चा में है.
‘मोहब्बतें’ फिल्म का गाना ‘आंखें खुली हो या हो बंद, दीदार उनका होता है, कैसे कहूं मैं ओ यारा ये प्यार कैसे होता है.’ गाने की इस लाइन को पढ़ने के बाद कोई पूछे कि प्यार कैसे होता है? तो ये कहानी लोगों को बता देना जिसमें प्यार, समर्पण और वो सब है जो एक परफेक्ट लव स्टोरी में होना चाहिए. हम यहां बात कर रहे हैं इंस्टाग्राम की फेमस नेपाली इन्फ्लुएंसर बिबेक पंगेनी और उनकी पत्नी सृजना सुवेदी के बारे, जिनकी अमर प्रेम कहानी को हर कोई पसंद कर रहा है. हालांकि इसका अंत आपको रुला देगा.
यहां देखिए वीडियो
36 साल के विवेक पंगेनी और सृजना की मुलाकात 10 साल पहले मुलाकात हुई और कुछ समय बाद दोनों ने शादी कर ली! सब सही चल रहा था, उनके सभी सपने पूरे हो रहे थे और दोनों अपनी केमिस्ट्री पर रील बनाते थे. दोनों फेमस कपल के बीच सबकुछ परफेक्ट चल रहा था, लेकिन कहते हैं कि प्रेम जितना सच्चा होता है तकलीफें उतनी ही ज्यादा देखने को मिलती है. दरअसल, बिबेक यूनिवर्सिटी ऑफ जॉर्जिया में फिजिक्स और एस्ट्रोनॉमी के PhD छात्र थे. 2022 में पता चला कि बिबेक को चौथे स्टेज का ब्रेन ट्यूमर है.
जिसके बाद सृजना ने अपने पति का साथ नहीं छोड़ा बल्कि उसकी हिम्मत बन गई. जब पत्नी सृजना को इस बारे में पता चला तो वो सबकुछ छोड़कर अपने पति की सेवा में लग गईं. इसका अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं कि पति के कीमोथेरेपी के समय अपने भी बाल काट लिए ताकि उन्हें सामान्य महसूस करा सकें. भले ही इस कपल दुखों का पहाड़ टूट रहा था लेकिन सृजना ने दर्द को दिल में समेत कर वो उनका ख्याल रखा.
सृजना को जब पता चला कि उनके पति के पास सिर्फ 6 महीने हैं, तो उन्होंने आखिरी दम तक पति का ख्याल रखा और पूरी कोशिश की कि वे बच जाएं लेकिन नियति को कुछ और ही मंजूर था और 19 दिसंबर को महज 36 साल की उम्र में विवेक कैंसर से जंग हार गए और उनका अमेरिका के एक अस्पताल में निधन हो गया. अब भले ही बिबेक इस दुनिया में ना हो लेकिन सृजना के मन में वो हमेशा रहेंगे और इस कपल ने दुनिया को बता दिया कि सच्चा प्यार क्या होता है. कहते हैं ना कुछ प्रेम कहानियां अधूरी होकर भी पूरी होती हैं…ये वैसी ही कहानी थी.