ट्रंप-पुतिन और मेलानिया… क्या फर्स्ट लेडी ने दोस्ती को दुश्मनी में बदला? – भारत संपर्क


अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप और फर्स्ट लेडी मेलानिया. (फाइल फोटो)
अमेरिका की फर्स्ट लेडी यानी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की पत्नी Melenia Trump इन दिनों चर्चा में हैं. बहस छिड़ी है कि क्या मेलानिया ने ट्रंप और पुतिन की दोस्ती को दुश्मनी में बदला है? दरअसल बात 2018 की है, जब पहले कार्यकाल के दौरान ट्रंप फिनलैंड की यात्रा पर थे और फर्स्ट लेडी उनके साथ थीं. यहीं पर उन्होंने रूस के राष्ट्रपति पुतिन से मुलाकात की थी.
पुतिन से मुलाकात का ये वीडियो अब वायरल हो रहा है, इस वीडियो में पुतिन से मुलाकात के दौरान मेलानियां ट्रंप के चेहरे पर गुस्से के हाव भाव नजर आ रहे हैं. इसे ही आधार बनाकर दोस्ती को दुश्मनी में बदलने का कारण मेलानिया को बताया जा रहा है. ऐसा कहा जा रहा है कि उन्होंने ही ट्रंप का मन बदला जिससे वो कीव को फिर से सहायता देने के लिए तैयार हो गए हैं.
पहले बात ट्रंप-पुतिन की दोस्ती की
ट्रंप जब दूसरी बार अमेरिका के राष्ट्रपति बने तो वे रूस यूक्रेन के बीच शांति लाने के प्रयास में जुट गए. ट्रंप ने हर मौके पर पुतिन को अपना दोस्त कहा. जन्मदिन पर शुभकामनाओं का आदान प्रदान भी हुआ. पुतिन को खुश करने के लिए जेलेंस्की को व्हाइट हाउस बुलाकर बेइज्जती की, फिर अचानक से उनके सुर बदलने लगे. वो यूक्रेन के लिए सॉफ्ट होने लगे. कीव को हथियारों की सप्लाई करने लगे. डिप्लोमैटिक समर्थन और वित्तीय मदद देने लगे. ट्रंप रूस को सबक सिखाने की कसमें खाने लगे. अब ये खुलासा खुद ट्रंप ने किया है कि रूस को लेकर उनके विचारों में ये बदलाव किस शख्सियत की वजह से आया है. उन्होंने सीधे तौर पर मेलानिया ट्रंप का नाम लिया है.
मेलानिया ने पुतिन के बारे में क्या कहा
मेलानिया ट्रंप, जो यूक्रेन पर रूसी हमलों को कहीं से भी जायज नहीं मानती हैं और, यूक्रेन में रूसी मिसाइलों से हो रही मौतों के लिए पुतिन को ही सीधे तौर पर जिम्मेदार मानती हैं. ट्रंप का पुतिन से बात करना, उन्हें दोस्त कहना, मेलानिया ट्रंप को कतई पसंद नहीं है. वो ट्रंप से भी अधिक यूक्रेन की बड़ी समर्थक हैं और यूक्रेन में रूसी हमलों के लिए ट्रंप पर ही कटाक्ष करती रहती हैं. यानी मेलानिया के मन में रूस और पुतिन दोनों के लिए घोर नफरत है.
मेलानिया को क्यों माना जा रहा जिम्मेदार
मेलानिया ट्रंप का जन्म स्लोवेनिया में हुआ था. स्लोवेनिया एक ऐसा देश है, जो सोवियत प्रभाव में रहते हुए भी हमेशा मास्को से दूरी बनाए रखता था. मेलानिया का बचपन कम्युनिस्ट शासन की छाया में बीता, जहां रूसी दमन के किस्से घर-घर में सुनाए जाते थे. मेलानिया ट्रंप आज भी यूरोपियन यूनियन की नागरिक हैं और स्लोवेनियन भाषा को अपने बेटे के साथ बातचीत में भी इस्तेमाल करती हैं.
ऐसे अनुभवों ने उन्हें रूस के बारे में गहरी समझ दी है. शायद इसीलिए उन्होंने यूक्रेन युद्ध को सिर्फ जमीन के लिए छिड़ा संघर्ष नहीं माना, बल्कि हमेशा मानवाधिकार संकट के रूप में ही देखा.
पुतिन की कई बार की आलोचना
मेलानिया कई बार पुतिन के हमलों की सार्वजनिक तौर पर आलोचना कर चुकी हैं. 2022 में जब रूस ने पहली बार यूक्रेन पर अटैक किया था, उस समय मेलानिया ट्रंप ने इस युद्ध को भयावह कहा था. आज जब वो अमेरिका की दोबारा से फर्स्ट लेडी हैं, तब भी वो इन हमलों के लिए रूस की कड़ी निंदा करने का एक भी मौका नहीं छोड़ती है. व्हाइट हाउस के करीबियों ने हमें बताया है कि वो अपनी इस मजबूत भूमिका को अब सामने भी ला रही हैं. उन्होंने राष्ट्रपति के विदेश नीति के सलाहकारों के साथ कई बैठकें की हैं.इन बैठकों में उन्होंने हर बार यही बात दोहराई है कि पुतिन से नरमी का मतलब निर्दोष लोगों की त पर चुप्पी है. उन्होंने ट्रंप सरकार की इंटरनल मीटिंग्स में ये बात कई बार साफ की है कि अगर अमेरिका खुद को लोकतांत्रिक देशों का लीडर मानता है, तो उसे यूक्रेन जैसे असहाय देशों की रक्षा करनी होगी.
मेलानिया पर ट्रंप ने क्या कहा?
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मेलानिया के बारे में कहा कि वो बहुत समझदार हैं, वो बहुत तटस्थ हैं, वो कुछ-कुछ मेरी तरह हैं.वो चाहती हैं कि लोग मरे नहीं.ट्रंप ने आगे कहा कि मैं मेलानिया को और इस बेहद अहम मुद्दे पर आपके नेतृत्व के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं ये एक बड़ा मुद्दा है.अमेरिका को इतनी समर्पित और दयालु प्रथम महिला का सौभाग्य मिला है.मैं कहूंगा कि वो बहुत समर्पित हैं.
मेलानिया को ‘ट्रंपको’कह रहे लोग
सोशल मीडिया पर अमेरिका की फर्स्ट लेडी को लोग “मेलानिया ट्रंपेंको” कह रहे हैं. मेलानिया के साथ जुड़ा “एंको” शब्द यूक्रेनी
पितृनाम के लिए प्रयोग किया जाता है. इसका मतलब है ‘वंशज का पुत्र’. उधर वॉशिंगटन पोस्ट ने खबर प्रकाशित की है कि यूक्रेन को पैट्रियट मिसाइल देने के बाद अब ट्रंप. कीव को लंबी दूरी की टॉम हॉक मिसाइलें भी दे सकते हैं. ट्रंप प्रशासन इस मुद्दे पर गंभीरता से विचार कर रहा है. ये एक बंकर बस्टर हथियार है. यूक्रेन इन अमेरिकी मिसाइलों से मॉस्को और सेंट पीटर्सबर्ग जैसे प्रमुख शहरों पर भयानक हमले कर सकता है.
इनपुट- Tv9 ब्यूरो