यूक्रेन का गेम-चेंजिंग मूव, ड्रोन में लगा दी AI तकनीक खुद ही कर रहे हमला – भारत संपर्क


जेलेंस्की और रूस के राष्ट्रपति पुतिन.
ड्रोन युद्ध के फ्यूचर वेपन हैं. क्योंकि ये कैसे भी दुर्गम से दुर्मग इलाके में जाकर हमले कर सकते हैं. इन्हें सैकड़ों किलोमीटर दूर से बैठकर कंट्रोल किया जा सकता है. अब यूक्रेन के इंजीनियरों ने ऐसे ड्रोन विकसित कर लिए हैं जो अपना रास्ता खुद तय करते हैं. बाधाओं से बचकर निकल जाते हैं और हमला भी तभी करते हैं जब उन्हें महसूस होने लगे कि वार रोका नहीं जा सकता है.
ड्रोन के अंदर AI यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस लगा दिया गया है. अब ड्रोन के पास खुद फैसले लेने के लिए दिमाग है. यूक्रेन दुनिया का पहला देश बन गया है जो युद्ध में AI पावर्ड स्वॉर्म ड्रोन से हमले कर रहा है. यूक्रेन के AI ड्रोन समूह में हमला करते हैं. आपस में सिंक्रोनाइज्ड ड्रोन तय कर लेते है कि किस टारगेट पर कौनसा ड्रोन हमला करेगा.
ये तय कर लेते हैं कि एक-दूसरे से कितनी दूरी पर उड़ान भरनी है. ड्रोन अपने आप तय कर लेते हैं कि सबसे सुरक्षित रास्ता कौन सा होगा. ये प्रकृति के छोटे छोटे जीवों जैसी कॉर्डिनेटेड झुंड व्यवस्था है.
प्रकृति से मिला स्वॉर्म आइडिया
आपने चिड़ियों के झुंड देखे होंगे. लाखों चिड़ियां एक साथ उड़ती हैं और एक साथ एक दिशा में मुड़ जाती हैं. मुधमक्खियों को देखा होगा. एक छत्ते की करोड़ों मुधमक्खियां बिना बातचीत किए एक साथ उड़ती रहती हैं कोई किसी से नहीं टकराती. समंदर में छोटी मछलियों को देखा होगा जो बड़ी मछली के बचने के लिए अपने झुंड का आकार एक विशालकाय मछली की तरह बना लेती हैं.
कुछ इसी तरह स्वॉर्म ड्रोन काम करते हैं और हमले करते हैं. वो हालात देखकर फैसले लेते हैं. करीब आते हैं या दूर जाते हैं और मौका मिलते ही दुश्मन पर सटीक हमला कर देते हैं. यूक्रेन के ये छोटे ड्रोन कुछ इसी तरह से हमले कर रहे हैं.
यूक्रेन का AI स्वॉर्म प्रोजेक्ट
यूक्रेन के एक स्टार्टअप स्वॉर्मर ने ड्रोन डिजाइन किए हैं. ड्रोन में टारगेट सेट करने के बाद सबकुछ ड्रोन ही करता है. 100 से ज्यादा बार युद्ध में यूक्रेन इस तकनीक का इस्तेमाल कर चुका है. 3 से 25 ड्रोन वाले झुंड के हमले सटीक रहे हैं. 100 से ज्यादा ड्रोन के झुंड पर अभी टेस्टिंग जारी है. यूक्रेन ने सिर्फ क्वाडकॉप्टर AI ड्रोन ही विकसित नहीं किए हैं, बल्कि कामिकाजी ड्रोन में AI पावर लगा दी है.
यूक्रेन का AI कामिकाजी ड्रोन
यूक्रेन के इस कामिकाजी ड्रोन का नाम है पाल्यानित्सा. पाल्यानित्सा की रेंज 650 किलोमीटर तक है. इसकी रफ्तार ट्रांस सोनिक है जो 900 किलोमीटर प्रति घंटा तक जाती है. ये 15 मीटर से 500 मीटर की ऊंचाई तक उड़ सकता है. ये 100 किलोग्राम तक विस्फोटक ले जा सकता है. हथियार के साथ इसका वजन 320 किलोग्राम है.
ये ड्रोन भी छोटे ड्रोन्स की तरह अपनी काबिलियत से हमला करता है. युद्ध के दौरान यूक्रेन ने कई ऐसे हथियार बनाए हैं जो फ्यूचर वेपन माने जा रहे हैं. स्वॉर्म AI ड्रोन और AI पावर्ड कामिकाजी ड्रोन उसी लिस्ट में शामिल हैं.
ब्यूरो रिपोर्ट, TV9 भारतवर्ष