Video : ग्रेस मार्क्स के जाल में उलझे NEET के नतीजे, जानिए कौन हैं वो ‘1563’…
4 जून, 2024 को NEET-UG का रिजल्ट आया. दिल्ली के एक 20 साल के लड़के हर्ष झा ने तीसरी बार NEET का पेपर दिया, 623 नंबर आए तो वो काफी खुश था. उम्मीद थी कि उसे किसी न किसी सरकारी कॉलेज में एडमिशन मिल जाएगा. लेकिन उसकी उम्मीदों पर उस वक्त पानी फिर गया जब इस बार कट ऑफ ने आसमान छू लिया.. यानी जहां 720 में से 620 नंबर लाने वाले बच्चे को आसानी से सरकारी मेडिकल कॉलेज में दाखिला मिल जाता था वहीं इस साल का कट ऑफ देखकर लग रहा है कि 680 और 690 लाने वाले बच्चों को भी तेलंगाना और उड़ीसा जैसे राज्यों के मेडिकल कॉलेज में एडमिशन काफी मुश्किल से मिलेगा. अब हर्ष जैसे न जाने कितने छात्र हैं जो मायूस हैं और उन्हें कुछ समझ नहीं आ रहा कि आगे क्या करें. बहुत से ऐसे भी हैं जिनके पेरेंट प्राइवेट कॉलेज का खर्च उठाने में असमर्थ हैं. ऐसे में सरकारी कॉलेज की आस में इस साल ड्रॉप आउट कराने के अलावा उनके पास दूसरा कोई विकल्प नहीं रहा. लेकिन सवाल ये है कि इस बार नीट परीक्षा का कट ऑफ इतना हाई क्यों गया है.