छत्तीसगढ़ में मंत्रियों के विभागों को बंटवारा, विजय शर्मा संभालेंगे गृह, दे…
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय
छत्तीसगढ़ नए मंत्रियों के लिए विभागों का बंटवारा कर दिया गया है. मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने के पास सामान्य प्रशासन, खनिज साधन, ऊर्जा, जनसंपर्क, कमर्शियल टैक्स (आबकारी) और परिवहन विभाग की जिम्मेदारी अपने पास रखा है. वहीं, उपमुख्यमंत्री अरुण साव को लोक निर्माण विभाग, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, विधि और विधायी कार्य तथा नगरीय प्रशासन विभाग की जिम्मेदारी दी गई है.
डिप्टी सीएम विजय शर्मा को गृह और जेल, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग, तकनीकी शिक्षा एवं रोजगार, विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग की जिम्मेदारी दी गई है. विजय शर्मा पहली बार विधायक चुनकर आए हैं.राज्य में बीजेपी के सीनियर नेता बृजमोहन अग्रवाल स्कूल शिक्षा, उच्च शिक्षा, संसदीय कार्य, धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व, पर्यटन एवं संस्कृति विभाग देखेंगे.
ओपी चौधरी संभालेंगे वित्त
वहीं पूर्व आईएएस अधिकारी ओपी चौधरी को वित्त मंत्रालय की जिम्मेदारी गई है, इसके साथ-साथ वो आवास एवं पर्यावरण, योजना, आर्थिक तथा सांख्यिकी विभाग की भी जिम्मेदारी दी गई है. रामविचार नेताम को आदिम जाति एवं अनुसूचित जाति विकास, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक विकास, कृषि विकास और किसान कल्याण विभाग की जिम्मेदारी दी गई है.
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राज्य में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने राज्य की 90 सीटों में 54 पर जीत हासिल कर सत्ता में लौटी है. चुनाव में बंपर जीत के बाद बीजेपी पूर्व सीएम रमन सिंह की जगह विष्णु देव साय को मुख्यमंत्री बनाया है. रमन सिंह अब विधानसभा अध्यक्ष की भूमिका में नजर आ रहे हैं. विधानसभा चुनाव में राज्य की सत्ताधारी पार्टी कांग्रेस मात्र 35 सीट पर ही सिमट कर रह गई जबकि गोंडवाना गणतंत्र पार्टी को एक सीट मिली है.
13 दिसंबर को सीएम और डिप्टी सीएम ने ली थी शपथ
चुनाव में जीत के बाद 13 दिसंबर को विष्णु देव साय ने मुख्यमंत्री और अरुण साव और विजय शर्मा ने डिप्टी सीएम के रूप में शपथ ली थी. इसके बाद 22 दिसंबर को 9 विधायक को मंत्री पद की शपथ दिलाई गई. इस तरह से देखें तो छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री समेत कुल मंत्रियों की संख्या 12 हो गई है.
जातीय समीकरण का पूरा ध्यान
बीजेपी ने मंत्री बनाते वक्त जातीय समीकरण का भी पूरा ख्याल रखा है. राज्य मंत्रिमंडल के 12 में से छह सदस्य अरुण साव, लखनलाल देवांगन, श्याम बिहारी जायसवाल, ओपी चौधरी, टंक राम वर्मा और लक्ष्मी राजवाड़े, अन्य पिछड़ा वर्ग ओबीसी से आते हैं. वहीं, तीन सदस्य मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, रामविचार नेताम और केदार कश्यप एसटी से आते हैं. मंत्रिमंडल में एससी से एक सदस्य दयालदास बघेल को शामिल किया गया है.