रिश्तेदार की वर्दी पहन दिखा रहा था खाकी की हनक, दरोगा ने पहचाना तो सुनाई 20… – भारत संपर्क
फर्जी दरोगा बनकर घूम रहा था
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक शख्स फर्जी दरोगा बनकर रौब झाड़ता और जगह-जगह घूमता रहा और इतना ही नहीं एक चौकी में जाकर दरोगा से भी मिला. फर्जी दरोगा रात में वर्दी पहनकर फिल्म देखने के लिए गया हुआ था. रात को घूमने वाले नकली दरोगा पर सुबह असली दरोगा की नजरें पड़ गईं. उन्हें इसकी हरकतों से शक हुआ तो इससे पूछताछ की. नकली दरोगा की पुलिस की पूछताछ से सिट्टी-पिट्टी गुल हो गई और उसकी पोल खुल गई. मामला लखनऊ के थाना चिनहट क्षेत्र का है. पकड़े गए इस फर्जी दरोगा का नाम सोमिल सिंह है और ये सिर्फ 22 साल का है. सोमिल सिंह बहराइच जिले के धामकुंडा रामगढ़ का रहने वाला है.
पुलिस की पूछताछ में फर्जी दरोगा सोमिल सिंह ने बताया कि वह बहराइच से आया था और गौतम पल्ली थाने में पोस्टेड कॉन्स्टेबल अपने रिश्तेदार के यहां रुका हुआ था. इसका कहना है कि शाम को जब घर से चला गया तो उसकी वर्दी ली और चारबाग रेलवे स्टेशन गया. वहां पर एक दुकान से जहां पर वर्दी बिकती है वहां से दो सितारे खरीदे और अपनी वर्दी में लगा लिए. इसके बाद वह वहां से चला गया.
बुक करवाई थी क्रेटा कार
सोमिल ने एक साल पहले लखनऊ के चंदन अस्पताल के पास जेएसवी हुंडई से एक लड़के के द्वारा क्रेटा कार की ऑनलाइन बुकिंग आई थी. कार सेकंड हैंड थी. जिस लड़के ने यह बुक कराई थी. फर्जी दरोगा की कार बुक कराने वाले लड़के से बातचीत होती थी और वह इसके संपर्क में था. जब यह लखनऊ आया तो यहां सोमिल का कोई दोस्त नहीं था. इसने कार बुकिंग करने वाले लड़के बुलाया और उसके साथ वर्दी पहन कर कई जगह घूमता रहा.
सोमिल गोमती नगर फन रिपब्लिक चौकी पर गया और वहां पर दरोगा से बात करके फन रिपब्लिक मॉल में पिक्चर देखने लगा. पिक्चर समझ ना आने पर 20 मिनट के बाद वह वहां से निकला इसके बाद फिर वह वेव मॉल चला गया. वहां भी आधे घंटे फिल्म देखी जब समझ में नहीं आई तो उसके बाद वह वहां से भी निकल गया. रात होने पर सोमिल के साथ गए लड़के ने पूछा कि वह उसे कहां छोड़ दे? तो सोमिल ने कहा कि क्राउन मॉल छोड़ दो.
गलत जगह लगाया वर्दी पर स्टार
इसके बाद वह क्राउन मॉल गया और वहां पर भी फिल्म देखी इसके बाद पूरी रात घूमता रहा. सुबह होने पर NH 24 ढाबा जो कि फैजाबाद रोड पर स्थित है, वहां पर खाना खाने लगा. खाना खाने के दौरान जब वह होटल से बाहर निकलने लगा तो वहां पर मौजूद एक दरोगा ने उसे देख लिया. दरोगा को उसकी वर्दी पर शक हुआ क्योंकि पुलिस की वर्दी जो की दरोगा की होती है उसके बाएं तरफ बैच होता है, लेकिन इस फर्जी दरोगा ने बाई तरफ बैच नहीं लगाया हुआ था और पैर में जो जूते थे उस जूते में फीते नहीं थे. इसके बाद उनके द्वारा पूछताछ की गई और नकली दरोगा की पोल खुल गई. उन्होंने सोमिल को पकड़ कर चिनहट थाना लाया.
सिपाही पिता की ट्रेनिंग में हुई थी मौत
पुलिस द्वारा थाने लाने पर उससे कई सवाल किए गए और फर्जी दरोगा सोमिल ने बताया कि उसके पिता 89 बैच के सिपाही थे, जो कि 2018 में सीतापुर में दरोगा की ट्रेनिंग के दौरान उनकी मौत हो गई थी, लेकिन उनकी जगह सोमिल को नौकरी नहीं मिल पाई. क्योंकि दिमागी हालत सही नहीं बताई जा रही थी. पेंशन के तौर पर 33000 महीना सोमिल की माता जी को मिलता है, जिससे इनके परिवार का खर्च चलता है. पकड़े गए फर्जी दरोगा का कहना है कि वह यूपीएससी की तैयारी कर रहा है और शौक में आकर पुलिस की वर्दी पहन ली.
इस मामले पर पुलिस द्वारा बताया गया कि पकड़े गए फर्जी दरोगा के पास से एक फर्जी आईडी बरामद हुई है और इसके बयान के आधार पर पुलिस द्वारा जांच की जा रही है और फोन से कॉल डिटेल भी निकाली जा रही है और इसके खिलाफ कूटरचित दस्तावेज और शरीर पर वर्दी पहनने को लेकर गंभीर धाराओं में थाना चिनहट में मुकदमा दर्ज किया जा रहा है और फर्जी दरोगा सोमिल को गिरफ्तार कर लिया गया है.