क्या होती है ग्रीन जॉब्स? जिसका पीएम मोदी ने लाल किले की प्राचीर से किया जिक्र |…
पीएम मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर देश को संबोधित किया.Image Credit source: getty images
लाल किले की प्राचीर से आज, 15 अगस्त को पीएम मोदी ने 11वीं बार देश को संबोधित किया. अपने संबोधन में पीएम ने देश के लिए कई बड़े ऐलान किए. मेडिकल में 75 हजार सीटें बढ़ाने से लेकर ग्रीन जाॅब्स तक की बात उन्होंने कही. आइए जानते हैं कि ग्रीन जाॅब्स क्या है, जिसका जिक्र पीएम मोदी ने अपने संबोधन में किया.
प्रधानमंत्री ने कहा कि ग्रीन हाइड्रोजन मिशन को लेकर भारत ग्लोबल बनाना है. इस लक्ष्य को लेकर काम किया जा रहा है. ऐसे में आने वाले समय में ग्रीन जॉब्स का कल्चर बढ़ता है, तो देश के युवा इसमें सबसे आगे रहेंगे. इस सेक्टर में बहुत रोजगार आएंगे. वहीं उन्होंने कहा कि 5 सालों में देश में मेडिकल की 75 हजार सीटें और बढ़ाई जाएंगी.
Green Jobs: क्या होता है ग्रीन जाॅब्स?
ग्रीन जॉब्स उन सेक्टर के रोजगार से संबंधित है, जो इस बात का ध्यान रखते हैं कि उनके कामकाज से पर्यावरण पर सकारात्मक प्रभाव पड़े और पर्यावरण को कोई नुकसान नहीं होगी. हाइड्रोपावर, सोलर एनर्जी, इलेक्ट्रिक वाहन आदि सेक्टर में निकलने वाली नौकरियों को ग्रीन जाॅब्स कहा जाता है.
ग्रीन जाॅब्स में क्या है भारत की स्थिति?
इंटरनेशनल रिन्यूबल एनर्जी एजेंसी और इंटरनेशनल लेबर ऑर्गनाइजेशन की एक रिपोर्ट के अनुसार भारत में 2020-21 में कुल 8,63,000 लोगों को ग्रीन जॉब्स सेक्टर में नौकरियां मिली. इन नौकरियों में 2,17,000 सौर फोटोवोल्टिक वर्टिकल में और 4,14,000 जल विद्युत सेक्टर से थे. वहीं रिपोर्ट के मुताबिक भारत में 2021 में 2.17 लाख सोलर फोटोवेल्टेक जाॅब और 4.14 लाख हाइड्रोपावर नौकरियों का सृजन किया गया था.
कैसे मिलती हैं नौकरियां?
ग्रीन जाॅब्स में करियर बनाने के लिए स्टूडेंट्स बीएससी/बीई/बीटेक एनवायरनमेंटल साइंस का कोर्स कर सकते हैं. एनवायरनमेंटल साइंस से एमएससी या एमटेक और एमबीए भी कर सकते हैं. इन कोर्स की पढ़ाई करने के बाद सोलर एनर्जी आदि सेक्टर में नौकरियां मिल जाती हैं. छात्र जेएनयू, डीयू, इग्नू सहित कई संस्थानों से इसकी पढ़ाई कर सकते हैं.
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