अस्पताल में मौत को नजदीक देख क्या कहते हैं लोग, डॉक्टर और नर्स ने किया बड़ा खुलासा
मरते समय क्या कहते हैं मरीज
कोई भी इंसान जब मरता है तो उसके मुंह से निकलने वाले अंतिम शब्द में उसकी जीवन की गहराइयों और अनकही भावनाओं का अक्स होता है. कई बार ये चीजें छूट जाती है तो वहीं कई दफा इन घटनाओं के गवाह डॉक्टर और नर्स बन जाते हैं. इसी तरह के एक डॉक्टर और नर्स इन दिनों लोगों के बीच चर्चा में है. जहां एक ऐसी ही घटना के गवाह बने डॉक्टर और नर्स ने ऐसी चीज बताई. जिसके बारे में जानकर आप दंग रह जाएंगे.
लॉस एंजेलेस की हॉस्पिस नर्स जूली मैकफैडन यहां 15 सालों से कार्यरत हैं. उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि अंतिम समय में लोग दो तरीके से विदाई लेते हैं. पहले वो जो शांत मन से कहते हैं कि उन्हें जीवन में कोई पछतावा नहीं है, जबकि कुछ अपने अंतिम शब्दों में सारी भावनाओं के बारे में कह जाते हैं. यही कारण है कि ज्यादातर लोगों के अंतिम शब्द बहुत ही सरल होते हैं और उसमें फिल्मी दृश्य जैसे नाटकीय नहीं होते.
क्या होते हैं मरीजों के अंतिम शब्द?
जूली ने कहा ज्यादातर मरीज अपने अंतिम समय में यही कहते हैं कि ‘मैं तुमसे प्यार करता हूं’, ‘मुझे माफ करना’ या ‘थैंक यू’ जैसे शब्द कहकर विदा लेते हैं. वहीं कुछ ऐसे लोग होते हैं ऐसे होते हैं जो ये कहते हैं कि काश मैंने अपने शरीर का ढंग से ख्याल रख लिया होता होता तो आज इस तरीके से मेरी हालत नहीं होती. वहीं इसके उलट जो लोग डाइट को फॉलो करते हैं तो उन्हें लास्ट में उन चीजों का अफसोस होता है कि क्यों उन्होंने अपने स्वाद को तवज्जोह नहीं दी.
अपने एक मरीज के अनुभव को शेयर करते हुए जूली ने बताया कि मैंने अपने एक मरीज ने मरते समय पूछा अब आप अपनी आंखें बंद करेंगे और आपको भगवान नजर आएंगे. इस पर दोनों एक-दूसरे के साथ हंसते हुए कहा “शायद ऐसा ही होगा. वहीं दूसरे ने मरने से ठीक पहले मेरा हाथ पकड़कर कहा कि मैं मर रहा हूं, बेबी! और फिर शांतिपूर्वक चला गया.
जूली का साथ एक डॉक्टर ने भी इस बात को कहा कि मौत के समय ज्यादातर लोग इस समय अपनी सच्ची भावनाओं को याद करते हैं तो वहीं कुछ जीवन और रिश्तों को लेकर बड़ी गहरी बात कह जाते हैं. सीधे शब्दों में कहे तो मरने वालों के अंतिम शब्द प्रेम, क्षमा और कृतज्ञता की भावनाओं को याद दिलाते हैं.