साल 2025 में पटना को क्या-क्या सौगात देंगे CM नीतीश कुमार?
साल 2025 के जुलाई महीने में शुरू होगी पटना मेट्रो.
नव वर्ष-2025 के आने में बस थोडे ही घंटे की देर है. हर नव वर्ष पर हर शहर को कुछ न कुछ सौगात मिलती है. बिहार की राजधानी पटना में भी इस बार कई नई सौगात मिलने वाली है. इनमें पटना मेट्रो सबसे अहम और ऊपर है. इसके अलावा कई अन्य नए प्रोजेक्ट हैं, जो इस बार पटना के लोगों को मिलेंगे. इन सौगातों के मिलने से पटना के लोगों के साथ ही बिहार के लोगों के लिए भी नव वर्ष यादगार बन जाएगा.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के ड्रीम प्रोजेक्ट के रूप में शामिल पटना मेट्रो नव वर्ष की सबसे बड़ी सौगात बनेगी. पटना मेट्रो का पहला चरण जुलाई 2025 में पूरा हो जाएगा. इस चरण में 26 मेट्रो स्टेशन बनाए जा रहे हैं. नए साल में पटना मेट्रो का सबसे पहला पहिया मलाही पकड़ी से नए बस स्टैंड तक के लिए घूमेगा. हालांकि आने वाले वक्त में इसे तख्त हरमंदिर साहिब गुरुद्वारा, पटना एयरपोर्ट और पटना जंक्शन भी जोड़ा जाएगा. यानि जुलाई महीने में पटना के लोगों का मेट्रो को लेकर इंतजार खत्म हो जाएगा.
गंगा नदी पर नया पुल
ट्रैफिक की समस्या से जुझ रहे पटना के लोगों को इस वर्ष एक बड़ी और अहम सौगात मिल सकती है. राजधानी में गंगा नदी पर राजेंद्र पुल के समानांतर छह लेन का नया पुल इस वर्ष शुरू हो सकता है. इस पुल के बन जाने से उत्तर और दक्षिण बिहार के बीच की कनेक्टिविटी और बेहतर हो जाएगी. करीब 1,137 करोड़ रुपए की लागत से बन रहे इस नए पुल की लंबाई लगभग साढ़े आठ किलोमीटर की है.
पटना-गया-डोभी एक्सप्रेस-वे
झारखंड से बिहार आने वाले लोगों के लिए यह साल बेहतर साबित हो सकता है. दरअसल, इस साल पटना-गया-डोभी एक्सप्रेस-वे पूरा जा जाएगा और इसे आम लोगों के लिए खोल दिया जाएगा. इस एक्सप्रेस-वे का डीपीआर 2010-11 में तैयार हुआ था. जमीन अधिग्रहण में देरी होने के कारण इस प्रोजेक्ट का काम देरी से शुरू हुआ. जिला प्रशासन की तरफ से इस प्रोजेक्ट के लिए 60 प्रतिशत जमीन अधिग्रहित किए जाने की जानकारी दी गई. इसके बाद काम पूरा करने का टेंडर 2020 में निकाला गया. इसके बाद कार्य शुरू हुआ.
डबल डेकर रोड
इस नव वर्ष में राजधानी के लोगों को डबल डेकर रोड की भी सौगात मिल सकती है. यह राज्य का दूसरा डबल डेकर रोड होगा. राजधानी के कारगिल चौक की तरफ से अशोक राजपथ पर जाने वाले लोगों को इस डबल डेकर रोड के शुरू हो जाने के बाद आवागमन में काफी सहूलियत होगी. इस डबल डेकर रोड की लंबाई करीब दो किलोमीटर है. इस रोड पर 67 पिलर और पांच रैंप भी बने हैं. इस पूरे प्रोजेक्ट की लागत करीब 442 करोड रुपए है.
गांधी सेतु के समानांतर पुल
राज्य के पहले और कभी एशिया के सबसे लंबे पुलों में शुमार होने वाले राजधानी के महात्मा गांधी सेतु के ठीक समानांतर बन रहा पुल भी इस वर्ष लोगों के लिए उपलब्ध हो जाएगा. करीब 1800 करोड़ रुपए की लागत से बन रहे इस पुल की खासियत गंगा नदी के ऊपर करीब साढ़े पांच किलोमीटर तक की लंबाई में चार लेन और पुल के दोनों तरफ करीब नौ किलोमीटर की लंबाई में आठ लेन की सड़क होगी. इसके अलावा दो-दो लेन सर्विस रोड की होगी. यह बिहार की पहली ऐसी सड़क होगी, जो 12 लेन की होगी.