क्या है कनाडा की नई इमिग्रेशन पॉलिसी, कितने भारतीय स्टूडेंट्स होंगे प्रभावित?…
कनाडा ने नई इमिग्रेशन पॉलिसी का ऐलान किया है. Image Credit source: getty images
कनाडा ने अपनी इमिग्रेशन नियमों में बड़े बदलावों की घोषणा की है, जिसका असर वहां पर पढ़ाई कर रहे भारतीय छात्रों और श्रमिकों पर भी पड़ेगा. कनाडा के इमिग्रेशन मंत्री मार्क मिलर ने कहा कि विदेशी नागरिकों के पास मौजूद करीब पांच मिलियन अस्थायी परमिट 2025 के अंत तक समाप्त होने वाले हैं. जब तक ये परमिट धारक स्थायी निवास में नहीं चले जाते या अपने परमिट को सफलतापूर्वक नया नहीं करा लेते तब तक उनमें से अधिकांश के देश छोड़ने की उम्मीद है. मिलर ने इस सप्ताह की शुरुआत में कॉमन्स इमिग्रेशन कमेटी को सूचित किया कि कई लोगों के अपनी मर्जी से देश छोड़ने की उम्मीद है.
वहीं कनाडाई सीमा सेवा एजेंसी (CBSA) उन लोगों के लिए इमिग्रेशन कानूनों को लागू करेगी जो निर्धारित समय से अधिक तक रुके रहते हैं. उन्होंने कहा कि लगभग 766,000 अध्ययन परमिट दिसंबर 2025 तक समाप्त होने वाले हैं. उन्होंने कहा कि कुछ छात्र अपने परमिट को नया कर सकते हैं या स्नातकोत्तर कार्य परमिट के लिए आवेदन कर सकते हैं, जिससे वे कनाडा में लंबे समय तक रह सकेंगे.
क्यों ला रहा कनाडा नए नियम?
ट्रूडो सरकार ने अगले तीन वर्षों में कनाडा में प्रवेश करने वाले स्थायी और अस्थायी दोनों निवासियों की संख्या में कटौती की है. ये परिवर्तन कनाडा के आवास, स्वास्थ्य सेवा और बुनियादी ढांचे की चुनौतियों का समाधान करने के उद्देश्य से संशोधित इमिग्रेशन स्तर योजना का हिस्सा हैं.
स्टूडेंट्स की संख्या में होगी कमी
नई नीति के तहत स्थायी निवासियों के लिए वार्षिक लक्ष्य 2025 तक 500,000 से घटकर 395,000 हो जाएगा. जो द इकोनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार 21% की कमी दर्शाता है. अस्थायी विदेशी श्रमिकों और अंतर्राष्ट्रीय छात्रों की संख्या में भी कटौती होगी, 2026 तक अस्थायी विदेशी श्रमिकों की संख्या में 40% से अधिक और अंतर्राष्ट्रीय छात्रों की संख्या में 10% की कमी आने की उम्मीद है.
कनाडा में कितने भारतीय छात्र?
अन्य देशों में प्रवास करने के इच्छुक भारतीयों के लिए कनाडा पसंदीदा स्थानों में से एक है. सितंबर की एक रिपोर्ट के अनुसार, कनाडा में 1,689,055 भारतीय रहते हैं. वहीं मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार कनाडा में पढ़ने वाले भारतीय छात्रों की संख्या 4,27,000 है. कनाडा में भारतीय श्रमिकों में सी-सूट के अधिकारी, इंजीनियर, तकनीशियन और वैज्ञानिक जैसे कर्मचारी शामिल हैं.
अस्थायी विदेशी कर्मचारियों की संख्या कम करने की योजना अस्थायी वीजा पर भारतीय कर्मचारियों को प्रभावित कर सकती है, जिससे उनके लिए अपने प्रवास को नवीनीकृत या विस्तारित करना अधिक चुनौतीपूर्ण हो जाएगा. देश में स्थायी निवास प्राप्त करने की प्रक्रिया में पहले से ही शामिल लोगों पर भी इसका असर पड़ सकता है.
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