ट्रंप की नाक के नीच चीन में खड़ा हो गया अमेरिकी चीप का करोड़ो कारोबार, क्या है… – भारत संपर्क

अमेरिका के बैन किए गए NVIDIA के एडवांस आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस चिप्स अब चोरी-छिपे चीन में पहुंच रहे हैं. इन चिप्स की इतनी ज्यादा डिमांड है कि चीन के शेनझेन जैसे टेक शहरों में इनके सर्विस सेंटर की पूरी एक नई इंडस्ट्री खड़ी हो गई है.
क्या है मामला?
2022 में अमेरिका ने NVIDIA के H100 और A100 जैसे पावरफुल GPU चिप्स की चीन को बिक्री पर रोक लगा दी थी. ये चिप्स आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मिलिट्री टेक्नोलॉजी में इस्तेमाल हो सकते हैं, इसी वजह से अमेरिका ने चीन में इन चिप को बैन कर दिया था.
लेकिन इसके बावजूद, ये GPU चिप्स किसी न किसी तरीके से चीन पहुंच रहे हैं. अब इनकी रिपेयर की भारी डिमांड है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, शेनझेन की दो कंपनियों ने बताया कि वे हर महीने करीब 500 NVIDIA चिप्स को रिपेयर कर रही हैं.
रिपेयरिंग का खर्च और तरीके
इन चिप्स की रिपेयरिंग का खर्च 10,000 से 20,000 युआन तक (लगभग 1.2 से 2.5 लाख रुपये) आता है. रिपेयरिंग में सॉफ्टवेयर टेस्टिंग, Fan रिपेयर, सर्किट बोर्ड और मेमोरी चिप्स की चेक किए जाते हैं. इसके अलावा टूटे पार्ट्स की रिप्लेसमेंट की जाती है.
क्यों है इतनी ज्यादा डिमांड?
AI मॉडल्स को ट्रेन करने के लिए H100 और A100 जैसे GPU बेहद जरूरी हैं. चीन की कंपनियां और संस्थान अभी इन्हीं चिप्स पर काम कर रही हैं. लगातार इस्तेमाल के वजह ये चिप्स खराब हो रहे हैं और उनको रिपेयर कराना भी जरूरी हो गया है.
अमेरिकी सरकार की बढ़ी टेंशन
चिप्स की चोरी और उनके इस्तेमाल को लेकर अमेरिकी सरकार की टेंशन भी बढ़ गई है. अमेरिकी सांसदों ने बिल पेश किया है जिसमें GPU की बिक्री के बाद ट्रैकिंग को जरूरी बनाने की बात कही गई है. इससे ये पता लगाया जा सकेगा कि कोई चिप आखिर किस देश में पहुंच रही है.
NVIDIA की स्थिति
रिपोर्ट्स के मुताबिक, NVIDIA फिलहाल चीन में इन बैन चिप्स की सर्विस या रिप्लेसमेंट नहीं दे सकता. चीन में नए H20 चिप्स लॉन्च किए गए हैं जो बैन से बचे हुए हैं, लेकिन वे AI ट्रेनिंग के लिए उतने पावरफुल नहीं हैं जितने H100 चेप्स हैं.
चीन में NVIDIA चिप्स की रिपेयर इंडस्ट्री तेजी से बढ़ रही है और इससे साफ है कि इन बैन चिप्स की तस्करी जोरों पर है. अमेरिका और चीन के बीच टेक्नोलॉजी की जंग अब GPU के जरिए और तेज होती नजर रही है.