इस कैंसर हॉस्पिटल में क्या है खास, हिस्सेदारी खरीदना चाहते…- भारत संपर्क

0
इस कैंसर हॉस्पिटल में क्या है खास, हिस्सेदारी खरीदना चाहते…- भारत संपर्क
इस कैंसर हॉस्पिटल में क्या है खास, हिस्सेदारी खरीदना चाहते…- भारत संपर्क
इस कैंसर हॉस्पिटल में क्या है खास, हिस्सेदारी खरीदना चाहते हैं ये 'ग्लोबल शार्क्स'

एचसीजी कैंस हॉस्पिटल

दुनियाभर के ग्लोबल शार्क्स ने भारत के कई सेक्टर में निवेश किया हुआ है. जिसमें हेल्थकेयार सेक्टर का नाम भी प्रमुख से लिया जा सकता है. अब इसी के प्रमुख हॉस्पिटल की नियंत्रण हिस्सेदारी खरीदने को लेकर होड मची हुई है. इस होड में ग्लोबल शार्क्स में काफी रस्साकशी चल रही है. मीडिया रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि ग्लोबल फंड ईक्यूटी (पूर्व में बैरिंग पीई एशिया-ईक्यूटी), टीपीजी कैपिटल और केकेआर बेंगलुरु बेस्ड स्पेशल कैंसर अस्पताल हॉस्पिटलन चेन हेल्थकेयर ग्लोबल एंटरप्राइजेज (एचसीजी) में कंट्रोलिंग हिस्सेदारी खरीदने की होड लगी हुई है. मौजूदा समय में ये हिस्सेदारी सीवीसी के पास है, जिसे वह बेचने का मन बना चुकी है. बढ़ते मिडिल क्लास और आबादी ने पूरे एशिया में प्राइवेट मेडिकल सर्विस की डिमांड में इजाफा कर दिया है. जिसकी वजह से हेल्थ केयर सेक्टर में जबरदस्त डील्स देखने को मिल रही हैं.

सीवीसी के पास कितनी है हिस्सेदारी

लक्ज़मबर्ग बेस्ड सीवीसी 188 अरब डॉलर के असेट्स को मैनेज करती है. साथ ही आईपीएल फ्रेंचाइजी गुजरात टाइटन्स, अंतरराष्ट्रीय रग्बी यूनियन, महिला टेनिस एसोसिएशन और स्पेन की ला लीगा जैसी शीर्ष फुटबॉल प्रॉपर्टीज या लिप्टन टीज़, पेरू की कैश मैनेजमेंट कंपनी हर्मीस जैसे कंज्यूमर ब्रांडों का भी मालिक है. HCG में सीवीसी की लगभग 60.41 फीसदी हिस्सेदारी है. ऑन्कोलॉजिस्ट से एंटरप्रेन्योर बने और एचसीजी के संस्थापक बीएस अजय कुमार और उनके परिवार के सदस्यों की कंपनी में लगभग 11 फीसदी हिस्सेदारी है.

कितनी हुई सीवीसी की हिस्सेदारी की वैल्यू

यूएस पीई फंड ने जून 2020 में नए शेयर और कंवर्टेबल वारंट खरीदकर लगभग 1,049 करोड़ रुपए में एचसीजी में नियंत्रण हिस्सेदारी खरीदी. बाद में एमओएफ के माध्यम से और ज्यादा शेयर हासिल किए. 18 फरवरी को एचसीजी में सीवीसी की हिस्सेदारी की कीमत करीब 3,236 करोड़ रुपए हो गई है. इस डील में कंपनी की अतिरिक्त 26 फीसदी हिस्सेदारी के लिए ओपन ऑफर शामिल होगा. हॉस्पिटल चेन का मौजूदा मार्केट कैप 5,357.38 करोड़ रुपए है. ब्रोकरेज फर्म जेफ़रीज़ की एक हालिया रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि कैंसर अस्पताल चेन में सीवीसी का निवेश तीन साल से भी कम समय में 2.7 गुना बढ़ गया है. पिछले एक महीने में, बिक्री में तेजी आने से एचसीजी स्टॉक में 10 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है.

ये भी पढ़ें

हॉस्पिटल फाउंडर नहीं बेचेंगे हिस्सेदारी

सीवीसी कैपिटल हाल के सप्ताहों में शुरू की गई सेल के लिए वॉल स्ट्रीट के दो सलाहकारों के साथ काम कर रही है. आधिकारिक बिक्री प्रक्रिया हाल ही में शुरू की गई थी. अजय कुमार ने ईटी को बताया कि वह अपनी हिस्सेदारी बेचकर बाहर निकलने के बारे में नहीं सोच रहे हैं. एचसीजी के कार्यकारी अध्यक्ष अजय कुमार ने कहा उनका बाहर निकलने का कोई इरादा नहीं है. मैंने एचसीजी की स्थापना और निर्माण किया है, और कैंसर रोगियों की सेवा के लिए प्रतिबद्ध हूं. इसके अलावा ईक्यूटी, सीवीसी, टीपीजी और केकेआर की ओर से कोई बयान नहीं आया है.

पहले भी हो चुकी हैं ऐसी डील्स

टीपीजी और केकेआर दोनों फंड भारत में प्राइवेट इक्विटी (पीई) निवेशकों से जुड़े सबसे बड़े हॉस्पिटल डील्स में शामिल रहे हैं. केकेआर और मैक्स हेल्थकेयर के बीच की ब्लॉक डील इतिहास में सबसे बड़ा ब्लॉक डील थी. वहीं दूसरी ओर टीपीजी ने कई हॉस्पिटल चेन का सपोर्ट किया है. लेकिन इसका सबसे बड़ा दांव मणिपाल रहा है.

पिछले साल, 2015 से मणिपाल में निवेशक टीपीजी ने अपनी हिस्सेदारी टेमासेक को बेचकर रंजन पई की हॉस्पिटल चेन से पूरी तरह बाहर निकलने का फैसला किया था, लेकिन बाद में टीपीजी ने छोटी हिस्सेदारी के साथ, एक नए फंड के माध्यम से मणिपाल में रीइंवेस्ट करने का भी फैसला किया.

ईक्यूटी जो ट्रेडिशनली टेक और बीपीओ डील्स ज्यादा करता है, हेल्थकेयर सर्विस पर भी तेजी के साथ निवेश कर रहा है. 2022 में, EQT ने TPG को पीछे छोड़ते हुए हैदराबाद के सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल AIG (एशियन इंस्टीट्यूट ऑफ गैस्ट्रोएंटरोलॉजी) को खरीदा. पिछले सितंबर में, ईक्यूटी ने 650-700 मिलियन डॉलर में में इंदिरा आईवीएफ का 60-65 फीसदी अधिग्रहण किया.

कब हुई थी एचसीजी की शुरुआत

एचसीजी में 1,926 ऑपरेशनल बेड हैं, जिनमें से लगभग तीन-चौथाई मैच्योर अस्पतालों के हैं और बाकी नए हैं. कंपनी दो अस्पतालों – अहमदाबाद (106 करोड़ रुपए) और व्हाइटफील्ड, बेंगलुरु (25 करोड़ रुपए) पर 132 करोड़ रुपए खर्च कर रही है. 2005 में स्थापित, एचसीजी अब पूरे भारत में 22 कैंसर अस्पताल और तीन मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल चलाती है. नेटवर्क में केन्या का एक कैंसर केयर सेंटर भी शामिल है.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

मानसून में सिर्फ बाहर का ही नहीं बल्कि घर के खाने में भी बरतनी चाहिए सावधानी |…| अमरवाड़ा उपचुनाव में BJP को मिलेगी ऐतिहासिक जीत CM मोहन यादव | CM Mohan Yad… – भारत संपर्क| Video: विराट कोहली और रोहित ने किया जमकर डांस, वानखेडे में पहली बार दिखा कम… – भारत संपर्क| Bigg Boss OTT 3 : घरवालों पर भड़के बिग बॉस, बाल बाल बचीं वड़ा पाव गर्ल चंद्रिका |… – भारत संपर्क| *अन्तर्राज्यीय कुख्यात मवेशी तस्कर झारखंड से गिरफ्तार,मवेशियों से भरी पिकअप…- भारत संपर्क