क्या है 1111111 का गणित, बजट 2024 में क्यों दिखा ये जादुई…- भारत संपर्क


वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण अंतरिम बजट 2024 पेश कर चुकी हैं. अंतरिम बजट की परंपरा के अनुरूप ये बड़ी और लोक लुभावन घोषणाओं से दूर रहा. लेकिन एक नंबर 11,11,111 ने सबका ध्यान आकर्षित किया है. आखिर क्या है इस नंबर के पीछे का गणित और ये देश की तरक्की के लिए कैसे जिम्मेदार है. चलिए समझते हैं…
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने बजट भाषण में इस बार भी मोदी सरकार के इंफ्रास्ट्रक्चर पर फोकस करने के ट्रेंड को बरकरार रखा है. उन्होंने ना तो कोई नई योजना, ना ही इनकम टैक्स में बदलाव और ना ही किसी योजना के लिए बड़े बजट के आंवटन का ऐलान किया, लेकिन सरकार के कैपिटल एक्सपेंडिचर और इंफ्रास्ट्रक्चर पर खर्च बढ़ाने के लक्ष्य को बनाए रखा है. ये जादुई नंबर भी इसी से कनेक्टेड है.
ये है 11,11,111 का गणित
सरकार ने इस साल भी बजट में अपने कैपिटल एक्सपेंडिचर में बढ़ोतरी की है. वित्त वर्ष 2024-25 के लिए कैपिटल एक्सपेंडिचर को 11.1 प्रतिशत बढ़ाया गया है. इस तरह ये राशि अब 11,11,111 करोड़ रुपए बैठती है. ये देश की टोटल जीडीपी के 3.4 प्रतिशत के बराबर है. पिछले साल बजट में सरकार ने कैपिटल एक्सपेंडिचर का लक्ष्य 10 लाख करोड़ रुपए रखा था.
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तीन गुना से अधिक बढ़ा कैपेक्स
सरकार का कैपिटल एक्सपेंडिचर (कैपेक्स) पिछले चार सालों में तीन गुना बढ़ा है. इससे देश को तेज आर्थिक प्रगति करने में मदद मिली है. वहीं देश में व्यापक स्तर पर रोजगार भी पैदा हुआ है. सरकार के कैपिटल एक्सपेंडिचर का असर इकोनॉमी में मल्टीप्लायर इफेक्ट डालता है. सरकार एक रुपया खर्च करती है, लेकिन इकोनॉमी को उसका तीन गुना से अधिक फायदा मिलता है.
वित्त वर्ष 2024-25 के बजट का कुल आकार 6.1 प्रतिशत बढ़कर 47.66 लाख करोड़ रुपए हो गया है. सरकार के खर्च में बढ़ोत्तरी, कैपेक्स बढ़ने और सामाजिक क्षेत्र की योजनाओं के लिए अधिक आवंटन करने के कारण बजट का आकार बढ़ा है.