यूपी के इस गांव में आएंगी बेल्जियम की राजकुमारी एस्ट्रिड, क्या है यहां आने … – भारत संपर्क

पोटैटो प्रोसेसिंग प्लांट (बिजनौर)
बेल्जियम भारत बिजनेस सीरीज के तहत बिजनौर में अपने दूसरे पोटैटो प्रोसेसिंग प्लांट का शिलान्यास करने अपने देश बेल्जियम के प्रतिनिधि के तौर पर बेल्जियम की राजकुमारी एस्ट्रिड दो मार्च को अपने देश के 65 सदस्यों के डेलिगेशन के साथ बिजनौर के महमूदपुर गंज गांव में स्थित ऐग्रिस्टो मासा पोटेटो प्लांट पर आएंगी. राजकुमारी एस्ट्रिड बेल्जियम के सम्राट किंग फिलिप की छोटी बहन है.
उनके साथ बेल्जियम से आने वाले डेलिगेशन में बेल्जियम के उप प्रधानमंत्री, रक्षा मंत्री, कृषि मंत्री के साथ शिक्षा एवं व्यापार जगत की नामचीन हस्तियां बिजनौर पहुंचेगी. बेल्जियम डेलीगेशन के स्वागत के लिए उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ खुद मौजूद रहेंगे. बेल्जियम भारत बिजनेस मिशन को बढावा देने के तहत बिजनौर चांदपुर मार्ग पर स्थित महमूदपुर गंज में वर्ष 2019 में बेल्जियम की विश्व प्रसिद्ध आलू प्रोसेसिंग कम्पनी ‘एग्रिस्टो’ मासा ने आलू प्रसंस्करण फैक्ट्री लगाई थी.
750 करोड़ से होगी तीन यूनिट की स्थापना
इसमें आलू से फ्रेंच फ्राई, मैश पोटैटो, पोटैटो पाउडर, आलू चिप्स बना कर पैकिंग करके देश और दुनिया के कई देशों को सप्लाई किया जाता है. भारत की इस फैक्ट्री से फ्रांस, इंग्लैंड, जर्मनी, इटली आदि देशो को फ्रेंच फ्राई, मैश पोटैटो, पोटैटो पाउडर, वेजिटेबल पाउडर एक्सपोर्ट किया जाता है. बेल्जियम भारत बिजनेस मिशन के तहत 750 करोड़ की लागत से बिजनौर में तीन यूनिट स्थापित करेगी, जिसमें पोटैटो (आलू) प्रोसेसिंग, वेजिटेबल प्रोसेसिंग, आलू से जिन, व्हिस्की, वोदका मैन्युफैक्चरिंग होगा.
ये भी पढ़ें
आलू की खेती के लिए कर रही प्रोत्साहित
गन्ना उत्पादन बाहुल्य बिजनौर और उसके आसपास के जनपदों अमरोहा, संभल, मुरादाबाद, हापुड़ के किसानों को गन्ने की खेती छोड आलू की खेती करने को प्रोत्साहन देने के लिए एग्रेस्टो कंपनी किसानों से आलू बाय बैक एग्रीमेंट कर आलू बीज, खाद और पेस्टिसाइड भी किसानों को उपलब्ध कराती है और आलू की फसल तैयार हो जाने पर नकद भुगतान कर आलू खरीद रही है. बिजनौर के किसान शिवराज सिंह राणा ने बताया कि उनके पचास बीघा खेत पर एक हजार कुंटल आलू की उपज हो रही है.
‘आठ लाख की हुई आमदमनी’
इसमें बीज, खाद, लेबर खर्च निकालने के बाद ढाई महीने में आठ लाख रुपये की नेट आमदनी हुई. बिजनौर की डीएम जसजीत कौर ने बताया बिजनौर में एग्रीकल्चर उत्पादों के एक्सपोर्ट का काफी स्कोप है. जनपद बिजनौर के लिए ही नहीं पूरे उत्तर प्रदेश के लिए बहुत गर्व की बात है कि विश्व प्रसिद्ध ऐग्रेस्टो कंपनी ने यहां आलू उत्पादन और उसके प्रोसेसिंग यूनिट लगा रखी है. इससे जिले में निरंतर उसका विस्तार हो रहा है. स्थानीय किसानों की आमदनी भी बढेगी साथ ही साथ लोगो को रोजगार भी मिलेगा.