‘तुम पढ़-लिखकर क्या करोगी’… प्रिंसिपल ने छात्राओं को परीक्षा में बैठने से… – भारत संपर्क
मध्य प्रदेश में राजगढ़ के जिला मुख्यालय के शासकीय कन्याशाला उच्चतर माध्यमिक विद्यालय की 12वीं कक्षा की छात्राओं ने स्कूल की प्रिंसिपल पर गंभीर आरोप लगाए हैं. छात्राओं ने कहा कि उन्हें प्री-बोर्ड परीक्षा में बैठने से मना कर दिया गया. इतना ही नहीं, प्रिंसिपल ने अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल करते हुए कहा, “तुम्हारी पढ़ने की औकात नहीं है, तुम पढ़-लिखकर क्या करोगी.
छात्राओं के मुताबिक, पिछले पेपर में वह पेपर देने के बाद अपने घर चली गई थी. वो भी इसलिए कि घर पर देर से आने के लिए बोल कर नहीं आई थीं प्रिंसिपल ने अतिरिक्त क्लास लगवाई थी, जिसे छात्राओं ने अटेंड नहीं की. इस बात से नाराज प्रिंसिपल हेमलता हाड़ा ने अगले दिन हुए पेपर में नहीं बैठने दिया. उन्होंने कहा कि अपने माता-पिता को बुलाकर लाओ.
छात्राओं ने कहा कि माता-पिता मेहनत मजदूरी करते हैं, उन्हें काम के समय कैसे बुलाकर लाए. वहीं अभिभावकों को बुलाकर नहीं लाने पर परीक्षा में नहीं बैठने दिया. प्रिंसिपल ने कहा कि कल आओगी तो छड़ी से पिटाई करेंगे, इससे छात्राओं में और डर बैठ गया.
छात्राओं ने एडीएम से की शिकायत
छात्राओं ने अपने परिजनों के साथ में इस पूरे मामले की लिखित शिकायत एडीएम शिव प्रसाद मंडरा से की है. उनका कहना है कि प्रिंसिपल के इस व्यवहार से वे मानसिक रूप से आहत हैं और उनकी पढ़ाई पर भी नकारात्मक असर पड़ा है. वहीं, प्रिंसिपल ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर बोलीं कि ये छात्राएं स्कूल की नियमित और अतिरिक्त कक्षाओं में हिस्सा नहीं लेती हैं.
प्रिंसिपल ने दी सफाई
प्रिंसिपल हेमलता हाड़ा से जब इस बारे में बात ली गई तो बताया कि उन्होंने किसी छात्रा को परीक्षा में बैठने से मना नहीं किया. अभिभावक को बुलाकर लाने को जरूर कहा गया था. मामले की गंभीरता को देखते हुए एडीएम राजगढ़ ने जांच के आदेश दिए हैं. उनका कहना है कि दोषी पाए जाने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.