कहां जाकर रुकेगा ईरान…समझौते से 27 गुना कर लिया यूरेनियम भंडार, टेंशन में… – भारत संपर्क

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कहां जाकर रुकेगा ईरान…समझौते से 27 गुना कर लिया यूरेनियम भंडार, टेंशन में… – भारत संपर्क
कहां जाकर रुकेगा ईरान...समझौते से 27 गुना कर लिया यूरेनियम भंडार, टेंशन में न्यूक्लियर वर्ल्ड पावर

UN के न्यूक्लियर वॉचडॉग ने खुलासा किया कि ईरान ने 2015 के समझौते की तय सीमा से 27 गुना ज्यादा यूरेनियम रिजर्व को बढ़ाया है.

UN के न्यूक्लियर वॉचडॉग IAEA ने ईरान की परमाणु हथियार बनाने की क्षमता पर चिंता जाहिर की है. ईरान और इंटरनेशनल ऑटोमिक एनर्जी एजेंसी (IAEA) में साल 2015 के बाद से ही टकराव रहा है. 2015 में ईरान IAEA के बीच ईरान के न्यूक्लियर प्रोग्राम को सीमित करने के बदले अंतराष्ट्रीय प्रतिबंधों में रियायत देने का समझोता हुआ था. लेकिन 8 सालों से ही दोनों की ओर से एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाए गए हैं. हाल ही में IAEA ने दावा किया कि ईरान ने अपने यूरेनियम रिजर्व को तेजी से बढ़ाया है.

IAEA ने कहा कि ईरान का यूरेनियम भंडार अनुमानित भंडार से कहीं ज्यादा है. यूरेनियम रिजर्व तेहरान और विश्व शक्तियों के बीच हुए 2015 के समझौते की तय सीमा से 27 गुना ज्यादा हो गया है. AFP की रिपोर्ट के मुताबिक ईरान का कुल यूरेनियम भंडार 10 फरवरी तक 5,525.5 किलोग्राम था. ये नवंबर की आखिरी तिमाही रिपोर्ट से 1,038.7 किलोग्राम ज्यादा है. हलांकि रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि ईरान ने अपने हथियार ग्रेड के यूरेनियम रिजर्व को थोड़ा कम किया है.

ईरान और संयुक्त राष्ट्र के बीच बढ़ता तनाव

ईरान और IAEA के बीच हाल ही के दिनों में तनाव बढ़ा है. ईरान ने हाल के सालों में परमाणु प्रोग्राम पर निगरानी रखने वाली संस्थाओं और अन्य उपायो पर रोक लगाई है जिससे धीरे-धीरे ईरान और IAEA बीच सहयोग कम हुआ है. IAEA प्रमुख राफेल ग्रॉसी ने तेहरान से अपील की है कि वे एजेंसी के साथ ईमानदारी से सहयोग करे, क्योंकि दोनों पक्षो के बीच संबंध लगातार बिगड़ रहे हैं. साथ ही ग्रॉसी ने ये भी कहा है कि ईरान के साथ बातचीत और आपसी सहयोग से इन चिंताओ का निपटारा हो सकता है.

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IAEA कैसे काम करता है?

अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी परमाणु ऊर्जा के शांतिपूर्ण इस्तेमाल के लिए दुनियाभर के देशों में काम करता है. ये संस्था परमाणु ऊर्जा बनाने वाले देशों पर नजर रखती है. कहीं परमाणु ऊर्जा का इस्तेमाल खतरनाक हथियार बनाने के लिए तो नहीं हो रहा है. IAEA ट्रीटी के करीब 178 देश हिस्सा हैं. ईरान पर आरोप लगता आया है कि वे परमाणु बम निर्माण के लिए अपने यूरेनियम प्रोग्राम का इस्तेमाल कर रहा है.

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