लीड्स जाते हुए सचिन तेंदुलकर ने की ऐसी गलती, पुलिस ने बीच सड़क पर रोककर की … – भारत संपर्क

सचिन तेंदुलकर का लीड्स से जुड़ा ये किस्सा मजेदार है.Image Credit source: Victor Crawshaw/Mirrorpix/Getty Images
इन दिनों भारतीय क्रिकेट फैंस की जुबान पर सिर्फ एक नाम है- लीड्स टेस्ट. इंग्लैंड में के लीड्स शहर के हेडिंग्ले क्रिकेट स्टेडियम में भारत और मेजबान देश के बीच पांच टेस्ट मैच की सीरीज का पहला मुकाबला इस मैदान पर 20 जून से शुरू होने जा रहा है. ऐसे में फैंस इस ग्राउंड के रिकॉर्ड्स को जांचने और समझने में लगे हैं. मगर मैदान के अंदर के आंकड़ों से अलग भी लीड्स से जुड़े कुछ किस्से हैं, जो बेहद खास हैं और ऐसा ही एक किस्सा महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर का भी है, जिन्हें लीड्स जाते हुए पुलिस ने रोक दिया था.
ये किस्सा कोई नया नहीं, बल्कि सालों पुराना है. शायद टीम इंडिया के इस स्क्वॉड में मौजूद लगभग हर खिलाड़ी की उम्र से भी ज्यादा पुराना. ये बात है 1992 की जब सचिन तेंदुलकर इंग्लैंड में काउंटी क्रिकेट खेल रहे थे और यॉर्कशर क्रिकेट क्लब का हिस्सा था. लीड्स शहर यॉर्कशर काउंटी का ही हिस्सा है. सचिन ने एक इंटरव्यू में इस किस्से का खुलासा किया था और बताया था कि एक बार लीड्स की ओर जाते हुए उन्हें पुलिस ने रोक दिया था.
सचिन ने सुनाया मजेदार किस्सा
गौरव कपूर के साथ एक प्रमोशनल वीडियो में सचिन ने ये मजेदार किस्सा सुनाया था. उन्होंने बताया कि 1992 में जब वो यॉर्कशर का हिस्सा थे, तब वो एक प्रदर्शनी मैच खेलने के लिए न्यूकासल गए थे. मैच खेलने के बाद उन्होंने रात के वक्त ही वापस लीड्स लौटने का फैसला किया. उनके साथ पूर्व खिलाड़ी जतिन परांजपे भी थे. सचिन को तब यॉर्कशर की ओर से एक कार मिली थी और वो उसमें ही सफर कर रहे थे.
सचिन ने बताया कि रात के वक्त लौट रहे थे तो उस वक्त पूरी सड़क पर कई जगह काम चल रहा था, जिसके चलते स्पीड लिमिट को 50-55 मील प्रतिघंटा तक सीमित कर दिया गया था. मास्टर ब्लास्टर ने बताया कि देर रात होने के कारण उन्होंने खुद से आगे चल रही एक पुलिस कार के पीछे चलने का फैसला किया ताकि किसी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े. मगर कुछ ही देर में पुलिस वाले ने उन्हें हाथ से इशारा किया, जिसे सचिन सही से समझ नहीं पाए और उन्होंने कार की लाइट तेज कर दी.
सचिन ने की ये गलती, फिर बाल-बाल बचे
मगर फिर जब पुलिस वाले ने रुकने का इशारा किया तो सचिन ने साइड में कार रोकी. यहीं पर पुलिस ऑफिसर ने सचिन से पूछा कि क्या उन्हें पहले वाला इशारा समझ नहीं आया? सचिन ने कहा कि उन्हें लगा था कि लाइट तेज करने को कहा गया है. इस पर पुलिसकर्मी ने बताया कि वो उन्हें हाथ के इशारे से कह रहे थे कि स्पीड लिमिट 50 मील प्रतिघंटा है, जबकि वो 60 मील प्रतिघंटा की रफ्तार से चल रहे थे. यहां पर सचिन को एहसास हुआ कि पुलिस की कार की रफ्तार तेज थी और उसके पीछे चलने के कारण वो भी स्पीड लिमिट क्रॉस कर चुके थे.
सचिन ने अपनी ये गलती पुलिसवाले को समझाई और इसकी वजह भी बताई. तभी पुलिसकर्मी ने कार में यॉर्कशर काउंटी क्रिकेट का लोगो देखा और सचिन से इसके बारे में पूछा. सचिन ने अपना नाम बताया और कहा कि कार उन्हें क्लब की ओर से मिली है. तभी पुलिसकर्मी ने पूछा कि क्या वो ही यॉर्कशर के पहले विदेशी खिलाड़ी हैं? जब सचिन ने इसका ‘हां’ में जवाब दिया तो पुलिसकर्मी ने उन्हें सिर्फ एक चेतावनी देकर छोड़ दिया. इस तरह सचिन किसी भी तरह के जुर्माने से बच गए.