विनोद कांबली को किसने कर दिया फूट-फूटकर रोने को मजबूर? टीम इंडिया के मैच मे… – भारत संपर्क
विनोद कांबली को किसने कर दिया था फूट-फूटकर रोने को मजबूर? (Photo: PTI)
टीम इंडिया के पूर्व खिलाड़ी विनोद कांबली इन दिनों काफी ज्यादा चर्चा में हैं. वो अपने खराब स्वास्थ्य के बीच बचपन के दोस्त सचिन तेंदुलकर से मिलने के बाद सुर्खियों में आए थे. हालांकि, इन दिनों वो रिहैब कर रहे हैं और उनकी जिंदगी फिर से पटरी पर लौट रही है. वहीं आज यानि 18 जनवरी को अपना 53वां जन्मदिन भी मना रहे हैं. धीरे-धीरे रिकवर कर रहे कांबली काफी खुश भी नजर आ रहे हैं. लेकिन आज हम आपको एक ऐसा किस्सा बताने जा रहे हैं, जब वो टीम इंडिया के मैच में करीब एक लाख दर्शकों के सामने रोने पर मजबूर हो गए थे. उनके साथ-साथ पूरे देश को ऐसा जख्म मिला था, जिसे चाहकर भी नहीं भूल नहीं पाए.
किसने कांबली को रोने पर किया मजबूर?
ये बात है साल 1996 की. भारत को क्रिकेट वर्ल्ड कप की मेजबानी का मौका मिला था. टीम इंडिया ने मोहम्मद अजहरुद्दीन की कप्तानी में पूरे टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन किया था. क्वार्टर फाइनल में अपने चिर प्रतिद्वंद्वी टीम पाकिस्तान को हराकर सेमीफाइनल में एंट्री मारी थी. भारतीय टीम से पूरे देश की उम्मीदें बढ़ गई थीं. श्रीलंका के खिलाफ होने वाले इस मुकाबले के लिए स्टेडियम में 1 लाख से ज्यादा दर्शक उमड़ पड़े थे. लेकिन इस मैच में कुछ ऐसा हुआ, जिसकी किसी को उम्मीद नहीं थी और कांबली रोने पर मजबूर हो गए.
दरअसल, 1996 वर्ल्ड कप का पहला सेमीफाइनल भारत और श्रीलंका के बीच कोलकाता के ईडन गार्डन्स में खेला गया था. विनोद कांबली भी इस मैच में प्लेइंग इलेवन का हिस्सा थे. मुकाबले में टीम इंडिया की शुरुआत बेहद अच्छी रही थी. भारत ने टॉस जीतकर पहले बॉलिंग करते हुए 35 रन के स्कोर पर ही श्रीलंका के 3 विकेट गिरा दिए थे. वहीं 85 के स्कोर पर चौथा बल्लेबाज भी आउट हो गया. इसके बाद श्रीलंका ने वापसी की और बोर्ड पर किसी तरह 251 रन लगा दिए. लेकिन इसे चेज करते हुए भारत ने 120 रन पर ही 8 विकेट गंवा दिए.
टीम इंडिया को हारता देख भारतीय फैंस में इतना गुस्सा भर गया कि उन्होंने मैदान पर बोतल फेंकने शुरू कर दिए. खिलाड़ी इससे परेशान हो गए. इसके बावजूद वो रुके नहीं और स्टैंड्स आग लगा दी. हालात इतने खराब हो गए कि मैच को बीच में ही रोकना पड़ा और जीत श्रीलंका को दे दी गई. इस वक्त कांबली क्रीज पर मौजूद थे. इससे बहुत ही आहत हुए और हजारों फैंस के सामने रोने पर मजबूर हो गए.
पूरी बैटिंग नहीं कर पाए थे कांबली
भारतीय फैंस इस मुकाबले में जीत की उम्मीद कर रहे थे. लेकिन 252 रन चेज करते हुए 8 रन के स्कोर पर पहला विकेट गंवा दिया था. इसके बाद सचिन और संजय मांजरेकर ने पारी संभाल ली थी और टीम के स्कोर को 98 तक लेकर चले गए थे. हालांकि, इसके बाद जो कुछ हुआ इस पर किसी भी फैंस को यकीन नहीं हुआ. 98 रन के स्कोर पर मांजरेकर के आउट होते ही विकेटों की झड़ी लग गई. 22 रन बनाने में भारतीय टीम ने 7 विकेट गंवा दिए.
हालांकि, विनोद कांबली अभी भी 29 गेंद में 10 रन बनाकर अनील कुंबले के साथ क्रीज पर टिके हुए थे. लेकिन स्टेडियम में मौजूद दर्शकों को हार का अंदाजा हो गया था. वो भारतीय खिलाड़ियों से नाराज थे. इसलिए उन्होंने बोलते फेंकनी शुरू की और आग भी लगा. हालात बिगड़ते हुए देखकर अंत में मैच रेफरी ने श्रीलंका को विजेता घोषित कर दिया. कांबली पूरी तरह बैटिंग भी नहीं कर पाए. इस तरह से मिली हार का जख्म कांबली से बर्दाश्त नहीं हुआ. इस हादसे को कांबली और पूरा देश आज तक नहीं भूल पाए हैं.