स्कूलें बंद, सड़कों पर उतरे टीचर्स… आखिर क्यों हो रहा है नेपाल में ये…


नेपाल में टीचर्स उतरे विरोध प्रदर्शन में (फाइल फोटो)Image Credit source: ANI
भारत के पड़ोसी राज्य नेपाल में सोमवार को टीचर्स की जमकर हड़ताल रही है. टीचर्स अपनी मांगों को लेकर सड़क पर उतर आए हैं और लगातार सरकार से न्यू स्कूल एजुकेशन एक्ट लाने की मांग कर रहे हैं. इसी के चलते सोमवार को नेपाल टीचर्स फेडरेशन ने हड़ताल की घोषणा की थी. इतना ही नहीं नेपाल टीचर्स फेडरेशन ने देश के सभी टीचर्स को लेटर भेजा था जिसमें कहा गया कि वह अपने सभी दायित्यों को छोड़कर काठमांडू पहुंचे और प्रोटेस्ट में भाग लें.
नेपाल टीचर्स फेडरेशन के बैनर तले सोमवार को इस हड़ताल का आह्वान किया गया. फेडरेशन ने सभी टीचर्स से कहा है कि वह अपनी स्कूलें बंद रखें और किसी भी तरह के दायित्वों को फिलहाल पूरा न करें. जिनमें शीट एवेलुएशन, रिजल्ट पब्लिकेशन, वर्कशॉप, सेमिनार और एजुकेशन ट्रिप्स भी शामिल हैं. टीचर्स संघ की ओर से ऐसे वक्त पर हड़ताल की घोषणा की गई है जब पूरे देश में सेकेंडरी एजुकेशन एग्जाम की आंसर शीट चेक होनी हैं और नए इनरोलमेंट भी होने हैं. नेपाल में 15 अप्रैल से नया एकेडमिक सेशन शुरू होता है.
बातचीत के लिए तैयार नहीं टीचर्स
इस पूरे मामले में नेपाल की शिक्षा मंत्री बिद्या भट्टराई ने ‘द काठमांडु पोस्ट’ से बातचीत में बताया कि सरकार की ओर से लगातार टीचर्स को बातचीत के लिए बुलाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि उन्होंने फेडरेशन के चेयरपर्सन से खुद बात की है. प्रोटेस्ट के दौरान उन्होंने आंदोलनकारियों से खुद जाकर मुलाकात की है. उन्होंने कहा कि टीचर्स फेडरेशन ने कहा है कि बातचीत के लिए कुछ नहीं है. इसलिए उन्होंने मिलने से इनकार किया है.
नए कानून की जरूरत
इसी बीच विरोध प्रदर्शन कर रहे टीचर्स का कहना है कि उन्हें बस न्यू स्कूल एजुकेशन एक्ट चाहिए. जब तक वह लागू नहीं होगा टीचर्स इसी तरह से प्रदर्शन करते रहेंगे. फेडरेशन की चेयरपर्सन लक्ष्मी किशोर सुबेदी ने कहा कि हमें बस एक नए कानून की जरूरत है. बता दें कि पूरे नेपाल से 2 अप्रैल से ही कई टीचर्स काठमांडू में इकट्ठा हुए हैं और लगातार संसद में न्यू स्कूल एजुकेशन बिल को पास करने की मांग कर रहे हैं.