शराब से तौबा क्यों कर रहे हैं अमेरिका के लोग? 90 साल में ऐसा कभी नहीं हुआ जो अब हो… – भारत संपर्क


US में लोगों में कम हो रहा शराब पीने का क्रेज
गालिब छूटी शराब पर अब भी कभी-कभी, पीता हूं रोज-ए-अब्र ओ शब-ए-माहताब में… मिर्जा गालिब का शराब पीने पर यह शेर काफी दिलचस्प है. जहां वो एक तरफ दावा कर रहे हैं कि शराब छूट गई है. लेकिन, आगे बता रहे हैं कि कब-कब वो मौका होता है जब वो एक बार फिर उसे चख लेते हैं. गालिब से सीधे अब हम हॉलीवुड फिल्मों की बात करते हैं. हॉलीवुड फिल्मों में आपने अक्सर ऐसे सीन देखे होंगे जहां शराब पीते हुए दिखाया जाता है. जश्न का माहौल हो तो शराब पीते हुए दिखाया जाता है, हीरो या हीरोइन उदास हों तो शराब के नशे में उन्हें दिखाया जाता है. इसी तरह कई मौकों पर अमेरिका के लोगों का शराब के लिए क्रेज हम ने अक्सर देखा है.
लेकिन, हाल ही में एक ऐसा सर्वे सामने आया है जो बताता है कि अब अमेरिका में लोगों ने बड़ी तादाद में शराब से तौबा कर ली है. जहां एक आम भारतीय मानता है कि अमेरिका में तो ज्यादातर सभी लोग शराब पीते ही हैं. यह एक मामूली बात है. लेकिन, अब एक सर्वे बताता है कि अमेरिका में भी शराब पीने वालों की तादाद घट रही है. साथ ही इसकी सीधी वजह हेल्थ है. अब लोग समय के साथ HEALTH CONSCIOUS होते जा रहे हैं, जिसके चलते अब शराब से वो मुंह मोड़ रहे हैं.
अमेरिका में घट रहा ड्रिंकिंग ट्रेंड
गैलप के हाल के सर्वे के मुताबिक, अमेरिका में लगभग आधी आबादी ने शराब से तौबा कर ली है. शराब पीने वाले लोगों की संख्या घटकर 54% रह गई है. जो करीब 90 साल में सबसे कम है. गैलप साल 1939 से अमेरिका के लोगों के शराब पीने के पैटर्न पर सर्वे कर रहा है. अमेरिका में समय के साथ धीरे-धीरे ड्रिंकिंग ट्रेंड घट रहा है. गैलप ने सबसे पहले साल 1939 में सर्वे किया था. उस समय 58 प्रतिशत लोग शराब पीते थे. इसी के बाद 19 साल के बाद 1958 में 55 प्रतिशत और 1974 में 68% वहीं, 1981 में 71% तक यह पहुंच गया. फिर हाल ही का देखा जाए तो 2023 में 62% लोग शराब पीते थे. वहीं, 2024 में 58% तक तादाद पहुंची और अब यह घटकर महज 54 प्रतिशत रह गई है.
महिलाओं की ज्यादा घटी तादाद
गैलप के 2023 के सर्वे को देखे तो यह बात साफ सामने आती है कि महिलाओं में शराब पीने का क्रेज पुरुषों के मुकाबले ज्यादा घटा है. महिलाओं में साल 2023 में ड्रिकिंग हैबिट में 11 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है. वहीं, पुरुषों में 5 प्रतिशत की.
युवाओं का क्या है हाल
युवाओं में आजकल अपनी बॉडी, हेल्थ और जिम को लेकर क्रेज दिखाई दे रहा है. इसी के चलते अब अपनी सेहत का ख्याल रखने के लिए युवा शराब से दूरी बना रहे हैं. पहले ही लगभग 10 साल पहले युवाओं में शराब पीने का ट्रेंड घटता दिखाई दे रहा था, लेकिन अब यह रुझान और ज्यादा बढ़ गया है. 2023 में 59% युवाओं ने शराब पीने की बात कही थी, जो अब घटकर सिर्फ 50% रह गई है. इस वजह से उनकी शराब पीने की दर अब मिडिल एज और बुजुर्गों से भी ज्यादा कम हो गई है.
सीमित मात्रा में पीने से भी परहेज
गालिब की ही तरह बहुत सारे लोगों के लिए एक दम से शराब से मुंह मोड़ लेना और इसको पूरी तरह से छोड़ देना मुश्किल होता है. यह एक ऐसा टास्क होता है जिसको करना आसान नहीं है. इसी के चलते धीरे-धीरे इसको पूरी तरह छोड़ने का लक्ष्य तय किया जाता है. हालांकि, अमेरिका में सर्वे में पहली बार यह सामने आया है कि ज्यादातर अमेरिकी लोग (53%) मानते हैं कि सीमित मात्रा (Moderate Drinking) में शराब पीना (दिन में 12 पैग) भी हेल्थ के लिए नुकसानदायक है. सिर्फ 6% लोग मानते हैं कि यह सेहत के लिए अच्छा है. जबकि 37% का कहना है कि दिन में 1-2 पैग पी लेने से कोई फर्क नहीं पड़ता.
हालांकि, यह मानना कि सीमित मात्रा में भी शराब पीना नुकसानदायक है, पिछले कुछ सालों में तेजी से बढ़ी है-
2018 में 28% लोग ऐसा मानते थे, 2023 में 39%, 2024 में 45% और अब 2025 में यह 53% हो गई है. इसके उलट, 2001 से 2011 तक यह आंकड़ा सिर्फ 25% के आसपास था, यानी जहां अब 53 प्रतिशत लोग मान रहे हैं कि दिन में 1-2 पैग पीने से भी नुकसान होगा. वहीं, 2001 से 2011 तक सिर्फ 25 प्रतिशत लोग ही मानते थे कि इससे नुकसान होगा. यानी अब पहली बार अमेरिका में ज्यादातर लोग इस बात को मान रहे हैं कि थोड़ी-सी शराब भी सेहत के लिए बुरी है.
हालांकि, जेंडर के हिसाब से देखें तो महिलाएं इस बात को ज्यादा मानती हैं कि सीमित मात्रा में भी शराब पीना सेहत के लिए नुकसानदायक है. 60 प्रतिशत महिलाएं मानती हैं कि सीमित मात्रा में भी शराब पीना अच्छा नहीं है. वहीं, सिर्फ 47% पुरुष इस बात से इत्तफाक रखते हैं.
7 दिनों में कितनी हुई खपत?
जहां हम इस पर बात कर रहे हैं कि अमेरिका में शराब पीने वाले लोगों की तादाद घट रही है. वहीं, दूसरी तरफ जो लोग अभी भी शराब पी रह हैं उनके भी ड्रिंकिंग पैटर्न में काफी बदलाव दर्ज किया गया है. सिर्फ 24% शराब पीने वाले कहते हैं कि उन्होंने पिछले 24 घंटे में शराब पी है. यह अब तक का सबसे कम रिकॉर्ड है. वहीं, 40% लोग कहते हैं कि उन्हें शराब पिए हुए एक हफ्ते से ज्यादा का वक्त हो गया है. पिछले 7 दिनों में औसत खपत 2.8 पैग रही है. यह 1996 के बाद से सबसे कम है. पिछले साल यह 3.8 पैग थी और उससे पहले लगातार 7 साल तक करीब 4 पैग प्रति सप्ताह रही. सबसे ज्यादा औसत खपत 2003 में 5.1 पैग प्रति हफ्ता दर्ज हुई थी.
बियर और वाइन किसका ज्यादा क्रेज
अब इसको लेकर बात कर लेते हैं कि अमेरिका में बियर और वाइन किसका ज्यादा क्रेज है. अमेरिका में सबसे ज्यादा क्रेज बियर का देखा जाता है. बियर के बाद 30% लोग कहते हैं कि उनकी पहली पसंद लिकर है. वहीं, 29% लोग कहते हैं कि वो सबसे ज्यादा वाइन पीते हैं. पिछले छह सालों से यह पैटर्न लगभग वैसा ही रहा है. यानी बीयर सबसे आगे और लिकर-वाइन लगभग बराबरी पर रहे हैं.
जेंडर के हिसाब से बात देखें तो, पुरुष बियर को ज्यादा पसंद करते हैं. 52% पुरुष बियर और महज 23% ही महिलाएं बियर को पसंद करती हैं. महिलाएं वाइन को ज्यादा पसंद करती हैं. 44% वाइन को चुनती हैं, वहीं 14% पुरुष वाइन को पसंद करते हैं. वहीं, मिडिल एज और 55 साल और उससे अधिक उम्र के लोग बियर को ज्यादा पीना पसंद करते हैं. दूसरी तरफ यंग एडल्ट्स का रुझान वाइन की तरफ ज्यादा है.
क्या है वजह?
जहां हम यह बात जान चुके हैं कि अमेरिका में लोगों ने शराब से तौबा कर ली है. वहीं, अब यह जानना भी जरूरी है कि इसकी असल वजह क्या रही? क्यों लोगों में शराब को लेकर क्रेज कम होता जा रहा है. साथ ही जो लोग शराब पी भी रहे हैं वो क्यों इसकी मात्रा को कम कर रहे हैं. इसके सीधे तार हेल्थ से जुड़े हुए हैं.
कोविड-19 महामारी के बाद से ही पूरी दुनिया के लोग अपनी हेल्थ को लेकर जागरूक हुए हैं. सभी ने अपनी हार्ट हेल्थ, अपनी इम्युनिटी और कई चीजों पर ध्यान देना शुरू किया है. इसी का नतीजा है कि अमेरिका के लोगों ने अब शराब से दूरी बना ली है.
ज्यादातर अमेरिकी अब मानते हैं कि थोड़ी-बहुत शराब पीना भी स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक है. यह पहली बार है कि जब बड़ी तादाद में लोगों ने इस बात को माना है. पिछले कुछ सालों में लगातार शराब पीने वालों की संख्या घटी है. शराब कम होने की वजह यह नहीं है कि लोग कोई और नशे की चीज (जैसे गांजा/मारिजुआना) अपना रहे हैं.
अमेरिका के आधे राज्यों में मनोरंजन के लिए ड्रग वैध हो चुका है. हालांकि, ड्रग इस्तेमाल करने वालों की संख्या पिछले 10 सालों में बढ़ी है, लेकिन पिछले चार साल से यह स्थिर है. इसलिए, शराब पीने में कमी को ड्रग्स लेने से जोड़कर नहीं देखा जा सकता. इसका सीधा लेना-देना इसी बात से है कि अब अमेरिका के लोग इस बात को समझने लगे हैं कि शराब उनकी हेल्थ को नुकसान पहुंचा रही है.
कितने लोगों की हुई मौत
Centers for Disease Control and Prevention की साल 2024 की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका में हर साल लगभग 1,78,000 लोगों की मौत ज्यादा शराब पीने से होती है. इसका मतलब है कि औसतन हर दिन करीब 490 लोगों की जान शराब से जुड़ी बीमारियों या हादसों की वजह से चली जाती है. इनमें लीवर की बीमारियां, हार्ट से जुड़ी समस्याएं, सड़क दुर्घटनाएं और हिंसा जैसी घटनाएं शामिल होती हैं.
शराब का असर महिलाओं और पुरुषों पर अलग-अलग पड़ता है. 20202021 में, हर साल ज्यादा शराब पीने से लगभग- 1 लाख 19 हजार 600 पुरुषों की मौत दर्ज की गई. वहीं, 58 हजार 700 महिलाओं की मौत दर्ज की गई.
भारत में कितने लोग पीते हैं शराब
जहां हम ने अमेरिका की बात की है. वहीं, अब चलिए भारत की तरफ भी एक नजर डाल लेते हैं भारत की कुल आबादी: 1.4 अरब लगभग 140 करोड़ है. वहीं, इतनी आबादी में शराब पीने वालों की संख्या लगभग 30 करोड़ है. इन 30 करोड़ में से करीब आधे लोग सस्ती या बिना ब्रांड की शराब पीते हैं. शराब की बिक्री की बात करे तो देश में अप्रैल-जून 2024 तिमाही में
स्पिरिट्स (दारू) की बिक्री: 6% बढ़ी है. वहीं, व्हिस्की 7% बढ़ी है. वोडका की मांग 14% बढ़ी और रम की 9%.