Microsoft क्यों हुआ भारतीय टेक्नोलॉजी सेक्टर का मुरीद? AI Copilot पर कही बड़ी… – भारत संपर्क
Microsoft का AI Copilot एक एआई असिस्टेंट है.
भारत में टेक्नोलॉजी सेक्टर में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है. माइक्रोसॉफ्ट भी इस बात को मानता है. अमेरिका की टॉप टेक कंपनियों में से एक माइकोसॉफ्ट भारत की एक खास बात की काफी तारीफ कर रही है. यह कंपनी इंडियन टेक्नोलॉजी सेक्टर के डेवलपमेंट में अहम भूमिका निभा रही है. मगर इंडियन टेक्नोलॉजी सेक्टर की एक खासियत माइक्रोसॉफ्ट के लिए काफी मुफीद साबित हो सकती है. कंपनी ने खुद माना है कि भारत में टेक्नोलॉजी सेक्टर पर खर्च करने में मंदी नहीं आई है.
माइक्रोसॉफ्ट के इंडिया और साउथ एशिया के प्रेसिडेंट पुनीत चंडोक ने एजेंसी को बताया कि भारत में टेक्नोलॉजी खर्च में कोई मंदी नहीं आ रही है. खास तौर पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) सेक्टर में काफी तेजी से विकास हो रहा है. इंडिया एक बहुत बड़ा बाजार है, और हर कंपनी की नजर भारत की तरफ है.
माइक्रोसॉफ्ट भी भारत में उम्मीद देखती है, और इसके AI Copilot को यहां अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है. देश के टेक्नोलॉजी सेक्टर के खर्च पर मंदी का असर नहीं है, जिसने माइक्रोसॉफ्ट को भारत का मुरीद कर दिया है.
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क्या है AI Copilot?
AI Copilot माइक्रोसॉफ्ट का एक नया टूल है जो एआई का इस्तेमाल करके अलग-अलग काम करने में लोगों की मदद करता है. यह एक तरह का वर्चुअल असिस्टेंट है जो आपके काम को आसान बना सकता है. आप AI Copilot को ईमेल लिखने, प्रेजेंटेशन बनाने या डेटा का एनालिसिस करने के लिए कह सकते हैं, और यह आसानी से ये सभी काम कर देगा.
AI Copilot को लेकर चर्चा
चंडोक के अनुसार, भारत में AI Copilot को लेकर काफी उत्साह है. उन्होंने बताया कि AI Copilot के इस्तेमाल के मामले लगातार बढ़ रहे हैं और यह एआई के सबसे तेजी से बढ़ने वाले एरिया में से एक है. लोगों का एआई को लेकर नजरिया बदल रहा है और अब वे इसे शक की नजर से नहीं, बल्कि एक उम्मीद की नजर से देख रहे हैं.
भारत क्यों है माइक्रोसॉफ्ट के लिए अहम?
चंडोक ने भारत को माइक्रोसॉफ्ट के लिए ग्लोबल लेवल पर सबसे तेजी से बढ़ने वाले रीजन में से एक बताया है. उन्होंने कहा कि भारत में टेक्नोलॉजी और इनोवेशन के लिए बहुत से अवसर हैं. माइक्रोसॉफ्ट भारत में सभी रेगुलेशन रिक्वायरमेंट्स और नए फ्रेमवर्क का पालन करने के लिए प्रतिबद्ध है.