‘सपने में आती है बीवी, छाती पर बैठकर पीती है मेरा खून…’, मेरठ में PAC के … – भारत संपर्क

जवान का लेटर वायरल.
उत्तर प्रदेश के मेरठ में काम में लापरवाही और अनुशासनहीनता बरतने को लेकर जब PAC जवान से अधिकारियों ने स्पष्टीकरण मांगा तो वो उसका जवाब सुनकर दंग रह गए. जवान ने कहा मेरी बीवी से मेरा झगड़ा चल रहा है. बेशक वो यहां नहीं है, लेकिन फिर भी मेरे सपने में आती है और छाती पर बैठ जाती है. फिर वो मेरा खून पीती है. इस कारण मैं न तो अपने काम पर ध्यान दे पाता हूं और न ही खुद पर.
जानकारी के मुताबिक, यह जवान 44वीं वाहिनी PAC में तैनात है. वह काफी समय से ऑफिस में काम में लापरवाही बरतने लगा था. साथ ही समय पर दफ्तर भी नहीं आ रहा था. यहां तक कि वर्दी तक सही से नहीं पहन रहा था. न ही शेविंग बनाकर आ रहा था. यह सब देख सेनानायक ने उससे जवाब मांगा था. अब जवान ने सेनानायक को जवाब दिया है तो सब हैरान रह हैं. जवान ने तो यह तक कह दिया कि वह अपने जीवन से दुखी है और भगवान की शरण में जाना चाहता है.
इस सवाल-जवाब का फोटो भी वायरल हुआ है. मीडिया ने जब अधिकारियों से पूछा, तो उन्होंने इस मामले में चुप्पी साध ली और जवान की काउंसलिंग पर विचार करने की जानकारी दी है. वायरल कागज के अनुसार, जवान की पत्नी से विवाद चल रहा है. सपने में उसकी पत्नी छाती पर बैठ जाती है और उसका खून पीने का प्रयास करती है, जिससे वह रात में सो नहीं पाता. इसी कारण वह ऑफिस समय पर नहीं पहुंच पाता. जवान ने आगे बताया कि वह डिप्रेशन की दवा ले रहा है और उसकी मां की तबीयत भी खराब है. उसने भगवान की शरण में जाने का रास्ता मांगा ताकि उसे दुखों से मुक्ति मिल सके.
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‘जीने की शक्ति खत्म हो चुकी है’
यह बातें मेरठ में PAC के जवान ने अपने अफसर को नोटिस के जवाब में लिखी हैं. यह नोटिस सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ है. 44वीं वाहिनी PAC के प्रभारी दलनायक ने जवान को काम में लापरवाही बरतने पर नोटिस जारी कर जवाब मांगा था. जवान ने लिखा कि उसकी जीने की शक्ति खत्म हो चुकी है और वह भगवान के चरणों में समर्पित होना चाहता है.
मामले पर क्या बोले कमांडेंट?
इस मामले में 44वीं वाहिनी पीएसी के कमांडेंट सत्येंद्र पटेल ने बताया कि चिट्ठी वायरल हुई है. जिसकी जांच की जा रही है. कौन स्टाफ है और उसकी क्या समस्या है. पूरे मामले की जांच कराई जा रही है अगर किसी व्यक्ति को कोई आवश्यकता है काउंसलिंग कराई जाएगी. अगर किसी को विभागीय सहायता की जरूरत है तो उसे भी प्रोसेस किया जाएगा.