घर खरीदना होगा और महंगा, डिमांड के चलते बढ़ेंगी कीमतें…नाइट…- भारत संपर्क
अभी और महंगे होंगे घर, कीमतों में आ सकता है बंपर उछाल
अगर आप घर खरीदने का प्लान बना रहे हैं तो अब आपका सपना महंगा होने वाला है. बढ़ती महंगाई के बीच रेसिडेंशियल प्रॉपर्टीज के रेट दिन पर दिन बढ़ते ही जा रहे हैं. हाल ही में रिपोर्ट आई थी कि बड़े शहरों में घर लेना 19% तक महंगा हो गया है. वहीं, अब एक और रिपोर्ट में रेसिडेंशियल प्रॉपर्टीज को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है. रेसिडेंशियल और ऑफिस सेगमेंट में नए लॉन्च, सेल्स और कीमतों में उछाल के चलते देश के रियल मार्केट मार्केट में तेजी जारी रहने की उम्मीद है.
नाइट फ्रैंक और नारेडको ने 2024 की पहली तिमाही के लिए रियल एस्टेट सेंटीमेंट इंडेक्स जारी किया है जिसमें देश के रियल एस्टेट सेक्टर के आउटलुक को बेहतरीन करार दिया है. रिपोर्ट के मुताबिक कीमतों में उछाल के बावजूद घरों की डिमांड में तेजी बनी रहेगी. वहीं, आने वाले समय में घरों की कीमतें डिमांड के मुताबिक और बढ़ेंगी.
घरेलू अर्थव्यवस्था में मजबूती का रियल एस्टेट को फायदा
रियल एस्टेट कंसलटेंट नाइट फ्रैंक और डेवलपर्स की बॉडी नारेडको ने 2024 की पहली तिमाही जनवरी से मार्च तक के लिए रियल एस्टेट सेंटीमेंट इंडेक्स जारी किया है. सेक्टर की सुनहरी तस्वीर पेश करते हुए बताया गया कि मौजूदा सेंटीमेंट इंडेक्स 69 से बढ़कर 72 पर चला गया है जो कि पिछले एक दशक में सबसे ज्यादा है. तो घरेलू अर्थव्यवस्था में मजबूती के संकेतों के चलते फ्यूचर के लिए रियल एस्टेट सेंटीमेंट इंडेक्स भी 70 से बढ़कर 73 पर चला गया है. ये बताने के लिए काफी है सेक्टर के जुड़े स्टेकहोल्डर्स भारतीय अर्थव्यवस्था को लेकर को बेहद आशावादी हैं और उन्हें रियल एस्टेट मार्केट में स्थाई डिमांड नजर आ रही है.
घरों की कीमतों में आएगी उछाल
रिपोर्ट के मुताबिक 2024 की पहली तिमाही में रेसिडेंशियल मार्केट का आउटलुक आशाजनक नजर आ रहा है और 82 फीसदी के करीब रेस्पॉंडेंट्स का मानना है कि रेसिडेंशियल प्राइसेज में इजाफा देखने को मिलेगा. कीमतों में कमी की संभावना को लेकर कोई रेस्पांस नहीं मिला है. साथ ही स्टेकहोल्डर्स का मानना है कि डिमांड में भी तेजी जारी रहेगी. ऑफिस मार्केट आउटलुक भी बेहतरीन नजर आ रहा है और स्टेकहोल्डर्स अगले छह महीने में लीडिंग, सप्लाई और रेंट्स के मोर्चे में प्रदर्शन शानदार रहने की उम्मीद है.
इस वजह से सेक्टर को हो रहा फायदा
डेवलपर्स और नॉन-डेवलपर्स के सेंटीमेंट में भी सुधार हुआ है. डेवलपर्स का मानना है कि आरबीआई के पिछले एक साल से रेपो रेट को लेकर स्टेबल पॉलिसी और प्रॉपर्टी खऱीदने के लिए बायर्स के सेंटीमेंट में मजबूती के चलते डेवलपर्स अगले छह महीने के लिए रियल एस्टेट सेक्टर के ग्रोथ को लेकर आशावादी है. बैंकों, वित्तीय संस्थान , प्राइवेट इक्विटी फंड्स जैसे नॉन-डेवलपर्स का रुख स्टेबल है पर संस्थागत निवेशक थोड़ा सतर्क हैं. हालांकि भारतीय अर्थव्यवस्था पर उनका भरोसा इस अवधि में बढ़ा है.