अजरबैजान से उड़ान के बाद ईरान के राष्ट्रपति रईसी का हेलीकॉप्टर क्रैश होने तक क्या… – भारत संपर्क


ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की हेलीकॉप्टर क्रैश में मौत.Image Credit source: iraninarabic_ir
ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी का हेलीकॉप्टर क्रैश एक हादसा है या साजिश ये बड़ा सवाल बन गया है. क्रैश के बा बाद से कई तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं. हादसे पर सवाल उठाए जा रहे हैं. लापरवाही के एंगल निकाले जा रहे हैं. हालांकि पूरे मिडिल ईस्ट को दहला देने वाला घटनाक्रम आखिर हुआ कैसे यह बड़ा सवाल है. Tv9 ने इस सवाल का जवाब तलाशने की कोशिश की है कि आखिर अजरबैजान से उड़ान के बाद क्रैश होने तक क्या-क्या हुआ?
हेलीकॉप्टर क्रैश में रविवार को ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी के साथ ईरान के विदेश मंत्री व अन्य 8 लोगों की मौत हो गई. यह सभी लोग एक ही हेलीकॉप्टर में सवार थे. खास बात ये है कि राष्ट्रपति के साथ तीन हेलीकॉप्टर का काफिला था, जिसमें दो हेलीकॉप्टर सुरक्षित लैंड हो गए थे. जो हेलीकॉप्टर क्रैश हुआ उसका कारण खराब मौसम को बताया जा रहा है, हालांकि ईरान की एजेंसियां किसी भी एंगल से इंकार नहीं कर रही हैं. इस बीच ईरान के पूर्व विदेश मंत्री जरीफ ने आरोप लगाया है कि हेलीकॉप्टर क्रैश के पीछे यूएस का हाथ है. जरीफ का कहना है कि अमेरिका के प्रतिबंधों की वजह से पुर्जे नहीं मिले, जिस वजह से हेलीकॉप्टर हादसे का शिकार हो गया.
पहेली बना घटनाक्रम
इब्राहिम रईसी का हेलीकॉप्टर क्रैश होना अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक पहेली बन गया है. सवाल उठ रहे हैं कि रईसी की हत्या की गई या हेलीकॉप्टर हादसे का शिकार हुआ है? सवाल यह भी है कि अगर हत्या की गई तो इसका कनेक्शन ईरान से है या विदेशी एजेंट इसके पीछे हैं. हेलिकॉप्टर क्रैश के बाद कई ऐसे सुराग मिले हैं जो साजिश की ओर इशारा कर रहे हैं. माना जा रहा है कि इसके पीछे दुनिया के कई देशों की खुफिया एजेंसियां हो सकती हैं. जैसे अमेरिका की CIA या फिर इजराइल की मोसाद. TV9 की ग्लोबल पड़ताल में हम आपको इस क्रैश के 10 सीक्रेट बताने वाले हैं.
हेलीकॉप्टर के साथ आखिर क्या हुआ होगा?
अफारिन हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट से उड़ान भरने के बाद रईसी का हेलिकॉप्टर बेल 212 ईरान बॉर्डर पर जोल्फा के नजदीक पहुंचा. यहां अजरबैजानी सीमा में मोसाद के कई सीक्रेट ठिकाने बताए जाते हैं. खास बात ये कि रईसी का हेलिकॉप्टर 40 से ज्यादा साल पुराना था. मोसाद इसके सिस्टम को आसानी से हैक कर सकता है और आशंका है कि मोसाद ने हेलिकॉप्टर पर इलेक्ट्रॉनिक हमला किया हो. माना जा रहा है कि ये हमला हेलिकॉप्टर के नेविगेशन और कम्युनिकेशन सिस्टम पर किया गया होगा. मोसाद ने इलेक्ट्रॉनिक हमला करके हेलिकॉप्टर का सैटेलाइट कनेक्शन काट दिया होगा. इस हमले से हेलिकॉप्टर का कम्युनिकेशन सिस्टम ठप हो गया होगा. इसके बाद हेलिकॉप्टर तय रूट से भटककर बहुत दूर चला गया होगा. कंप्यूटर सिस्टम ठप होने से पायलट को ऊंचाई का अंदाजा नहीं लगा होगा और पहाड़ी से टकराकर क्रैश की आशंका जताई जा रही है.
कई अनसुलझे सवाल
क्रैश के पीछे खराब मौसम वजह बताई जा रही है, क्योंकि सर्च ऑपरेशन के दौरान भी कोहरा जबरदस्त था. लेकिन मलबा मिलने के बाद सामने आए वीडियो साजिश की ओर इशारा कर रहे हैं, इसका दूसरा प्रमाण है कि हेलिकॉप्टर के टुकड़े काफी छोटे हैं और मलबा बड़े इलाके में फैला है. इसलिए आशंका जताई जा रही है कि क्या हेलिकॉप्टर में पहले ब्लास्ट हुआ और विस्फोट से छोटे छोटे टुकड़े होने के बाद वो पहाड़ी पर गिरा. तीसरा सबूत है कि क्रैश से पहले पायलट ने कोई आपातकालीन संदेश नहीं दिया. क्या हेलिकॉप्टर में अचानक धमाका हुआ? अजरबैजान से तीन हेलिकॉप्टर एकसाथ उड़े लेकिन राष्ट्रपति का हेलिकॉप्टर ही खराब मौसम का शिकार क्यों हुआ? अंतिम समय पर विदेश मंत्री अब्दुल्लाहियन को रईसी के हेलिकॉप्टर में क्यों बैठाया गया. क्या दोनों रईसी और अब्दुल्लाहियन साजिश का प्राइम टारगेट थे. क्या ये तय हो चुका था कि बेल 212 को क्रैश किया जाएगा?
ऐसा क्यों नहीं किया गया
उड़ान से पहले मौसम की जानकारी जुटाई जाती है, तो क्या खराब मौसम की जानकारी रईसी के हेलिकॉप्टर क्रू को समय पर नहीं दी गई? एक ऑपन सोर्स इंटेलिजेंस ने दावा किया है कि क्रैश से कुछ देर पहले हेलिकॉप्टर के पायलट ने कम्युनिकेशन रेडियो बंद कर दिया था. पायलट ने ऐसा क्यों किया? खबर ये भी है कि हेलिकॉप्टर क्रैश होने से पहले उसमें सवार एक शख्स किसी बाहरी शख्स के संपर्क में था. क्या हेलिकॉप्टर रूट के बारे में जानकारी लीक की गई? सवाल ये भी है कि उड़ान से पहले हेलिकॉप्टर की जांच और मौसम की सटीक जानकारी क्यों नहीं जुटाई गई?
Tv9 ब्यूरो