महिला चिल्लाती रही, पिता पुत्र ने रेप किया फिर मार दी गोली… हमास आतंकी का शर्मनाक… – भारत संपर्क


IDF की गिरफ्त में आतंकी जमाल अहमद रदी और उसका बेटा अब्दुल्ला.
हमास पर इजराइल का गुस्सा यूं ही नहीं है, 7 अक्टूबर को इजराइल पर जो भी बीता वो इतना दर्दनाक है, जिसे बयां करना बेहद मुश्किल है. इजराइल के सीमावर्ती इलाकों में रहने वाले लोगों ने उस दिन हमास आतंकियों की जो क्रूरता झेली शायद वह ताउम्र मिट न सके. आतंकियों ने सामने आए हर व्यक्ति की हत्या की. बच्चों को बेड पर सोते हुए मार दिया. महिलाओं का रेप किया. आतंकियों ने उस दिन वो सब किया जो क्रूरता की सारी हदें पार करते हुए किया जा सकता था.
हमास के एक आतंकी ने खुद इसका खुलासा किया है. इजराइली डिफेंस फोर्स की पकड़ आए 47 वर्षीय जमाल हुसैन अहमद रदी और उसके बेटे 18 साल के अब्दुल्ला ने सुरक्षाबलों से पूछताछ में जो बताया है वह रूह कंपाने वाला है. जिसने ये झेला होगा उस पर क्या गुजरी होगी इस बात का अंदाजा भी नहीं लगाया जा सकता. कैसे एक महिला चीखती रही और आतंकी और उसके पुत्र तथा भतीजे ने बारी-बारी से उसका रेप किया. इसके बाद उसे गोली मार दी.
आतंकी का कबूलनामा
47 वर्षीय हमास आतंकी जमाल हुसैन अहमद रदी और उसका बेटा अब्दुल्ला ने 7 अक्टूबर को इजराइल के किबुत्ज इलाके पर हमला किया था. इजराइल की खुफिया एजेंसी शिनबेट की पूछताछ में आतंकियों ने बताया कि कैसे उन्होंने निर्दोष नागरिकों की हत्या की, अपहरण किया और जो महिलाएं मिलीं उनका रेप किया. इसके बाद उन्हें गोली भी मार दी. रदी सात बच्चों का पिता है, जब वह किबुत्ज में घुसा तो उनके बेटे अब्दुल्ला के साथ भतीजा नीर ओज समेत अन्य आतंकी भी थे. रदी ने बताया कि हम घर-घर जा रहे थे, जहां भी कोई मिला उसने मार डाला या उसका अपहरण कर लिया.
आग से जलाया, रेप किया
रदी ने बताया कि पहले घर में एक महिला और उसका पति मिला, उनकी आग लगाकर हत्या कर दी. इसके बाद एक महिला के साथ रेप किया, वह चिल्ला रही थी, रो रही थी. मैं वहां पंद्रह मिनट रुका फिर चला गया. हालांकि रदी के बेटे अब्दुल्ला का कहना है कि पहले पिता ने उसका रेप किया. फिर मैंने रेप किया और फिर चचेरे भाई ने भी रेप किया. हम उसके बाद चले गए, लेकिन पिता ने उसकी गोली मारकर हत्या कर दी. अब्दुल्ला ने ये भी बताया कि महिला के बाद एक दूसरी लड़की के साथ भी रेप किया.
कबूलनामे का वीडियो जारी
इजराइल पर हुए हमले के दौरान नोवा संगीत समारोह में भी महिलाओं को निशाना बनाया गया. मेल ऑनलाइन की एक रिपोर्ट में आईडीएफ अधिकारी के हवाले से कहा गया है कि अब तक आईडीएफ की जांच में हमास आतंकियों द्वारा की गई क्रूरता के अनगिनत सबूत मिले हैं. अधिकारी के मुताबिक यह कबूलनामा ये साबित करता है कि 7 अक्टूबर को हुए हमले में हुई हिंसा को चाहे जितना नकारा जाए, लेकिन हमास आतंकियों ने वहां क्रूरता की सारी हदें पार कर दी थीं.