चीन में हुआ ऐसा फुटबॉल मैच, पहले कभी नहीं देखा होगा आपने – भारत संपर्क

दुनिया में टेक्नोलॉजी कितनी तेजी से आगे बढ़ रही है, इसका एक शानदार उदाहरण हाल में चीन में देखने को मिला है. यहां दुनिया का ऐसा फुटबॉल मैच खेला गया, जो इंसानों के बीच नहीं, बल्कि AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) से चलने वाले ह्यूमनॉइड रोबोट्स के बीच हुआ. ये दुनिया का पहला फुटबॉल मैच बन गया जो ह्यूमनॉइड रोबोट्स ने खेला.
ये मुकाबला जितना दिलचस्प था, उतना ही टेक्नोलॉजी की दुनिया के लिए जरूरी भी था. यहां इस रोबोट फुटबॉल मैच की पूरी डिटेल्स जानें.
क्या था इस खास मैच में?
इस मैच में दो टीमों ने हिस्सा लिया, दोनों में 3-3 ह्यूमनॉइड रोबोट थे. एक टीम ने काले जर्सी पहने थे और दूसरी टीम ने बैंगनी रंग की जर्सी पहनी थी. पूरा मैच दो हिस्सों में खेला गया हर हाफ 10-10 मिनट का था. मैच में इंसानों की तरह रोबोट्स बॉल के पीछे दौड़े, गोल किए और यहां तक कि गोल करने के बाद हाथ उठाकर जश्न भी मनाया.
कैसे काम कर रहे थे ये रोबोट?
रिपोर्ट्स के मुताबिक, इन रोबोट्स को इंसानों ने नहीं, बल्कि AI-बेस्ड एल्गोरिदम कंट्रोल किया गया. ये खुद बॉल को देख सकते थे, अपने आप मैदान में घूम सकते थे, गिरने पर खुद उठ सकते थे. हालांकि कुछ रोबोट्स को स्टाफ को स्ट्रेचर पर बाहर ले जाना पड़ा. सबसे खास बात ये थी कि कोई इंसानी दखल नहीं था, सब कुछ पूरी तरह autonomous था. इन रोबोट्स को Booster Robotics नाम की एक कंपनी ने बनाया था.
किसने जीता ये मैच?
चाइनीज न्यूज नेटवर्क के मुताबिक है, चीन की दो यूनिवर्सिटीज ने इसमें हिस्सा लिया, जिसमें Tsinghua University
Beijing Information Science एंड Technology University शामिल थे. Tsinghua University की टीम का नाम था Vulcan था और उन्होंने इस मैच में जीत हासिल की.
Booster Robotics के CEO Cheng Hao के मुताबिक, स्पोर्ट्स सेक्टर में रोबोट्स की पावर को रियल टाइम सिचुएशन में टेस्ट किया जा सकता है. इससे हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर दोनों में सुधार होता है.
मैच का मकसद क्या था?
इस मैच को केवल एंटरटेनमेंट के तौर पर नहीं देखा गया, बल्कि इसका मकसद AI की डिसीजन मेकिंग पावर को दिखाना था. रोबोट्स के बैलेंस, agility और फ्रिडम को चेक करना था. इसके अलावा AI टेक्नोलॉजी बिना इंसानी मदद के कैसे खेल सकती है.
मैच में बहुत ज्यादा एक्शन नहीं था, लेकिन टेक्नोलॉजी के मामले में ये बड़ी अचीवमेंट मानी जा सकती है.
ये एक ट्रायल मैच था और माना जा रहा है कि आगे चलकर World Humanoid Robot Games बीजिंग में आयोजित किए जाएंगे. इसमें और भी एडवांस रोबोट्स देखने को मिलेंगे जो फ्यूचर में खेल की दुनिया को बदल सकते हैं.