सेंसेक्स ने दिया 1000 पॉइंट का झटका, 6 घंटे में साफ हुए 7.35…- भारत संपर्क

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सेंसेक्स ने दिया 1000 पॉइंट का झटका, 6 घंटे में साफ हुए 7.35…- भारत संपर्क
सेंसेक्स ने दिया 1000 पॉइंट का झटका, 6 घंटे में साफ हुए 7.35 लाख करोड़, इन 5 कारणों से गिर रहा बाजार

शेयर बाजार में गुरुवार को बड़ी गिरावट देखने को मिली है.

मई के महीने में शेयर बाजार में बड़ी गिरावट देखने को मिल चुकी है. बांबे स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 2 मई के बाद से 2000 प्वाइंट से ज्याया नीचे आ चुका है. गुरुवार को भी बीएसई सेंसेक्स 1062.22 अंक टूटकर बंद हुआ. वहीं दूसरी ओर नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख सूचकांक निफ्टी भी 2 मई से अब तक करीब 650 पॉइंट से ज्यादा का गोता लगा चुका है. गुरुवार को निफ्टी 50 भी 345 अंक की गिरावट के साथ बंद हुआ है. गुरुवार की इस गिरावट की वजह से निवेशकों को 7.35 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का नुकसान हुआ है.

अब सबसे बड़ा सवाल ये है कि आखिर शेयर बाजार में गिरावट देखने को क्यों मिल रही है. इसके प्रमुख कारण क्या हैं? जानकारों की मानें तो मौजूदा समय में चल रहे लोकसभा चुनाव, एफआईआई की बिकवाली, अमेरिकी डॉलर में उछाल, अमेरिकी फेड के रुख वजह से ट्रेजरी यील्ड में इजाफा, चौथी तिमाही के उम्मीद से खराब परिणाम और भारत VIX इंडेक्स में इजाफा इसके प्रमुख कारण हैं. आइए जरा इन कारणों पर विस्तार से चर्चा करते हैं और शेयर बाजार के आंकड़ों को समझने की कोशिश करते हैं.

सेंसेक्स में 1,000 अंक की गिरावट

बांबे स्टॉक एक्सचेंज के प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स में गुरुवार को बड़ी गिरावट देखी गई. शाम को बाजार 1062.22 अंक का गोता लगाकर 72,404.17 पॉइंट पर बंद हुआ. एक ही दिन में बाजार करीब 1.45 प्रतिशत गिरा है. आज सेंसेक्स 73,499.49 अंक पर ओपन हुआ था. अगर बात 2 मई के बाद से करें तो सेंसेक्स में 2000 अंक से ज्यादा की गिरावट आ चुकी है. जानकारों की मानें तो सेंसेक्स में आने वाले दिनों में और उतार चढ़ाव देखने को मिल सकता है.

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निफ्टी 50 भी 345 अंक टूटा

अगर बात नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के प्रमुख सूचकांक निफ्टी 50 की करें तो ये 345 अंक की गिरावट के साथ बंद हुआ है. बाजार सुबह में 22,224.80 अंक पर खुला था और शाम में 21,957.50 अंक पर बंद हुआ. एक ही दिन में निफ्टी 1.55 प्रतिशत गिर गया है. अगर निफ्टी 22 से नीचे आती है तो 19 अप्रैल के बाद ऐसा पहली बार होगा. वहीं अगर 2 मई के बाद बाजार का हाल देखें तो निफ्टी में करीब 650 अंक की गिरावट देखी जा चुकी है. आने वाले दिनों में निफ्टी में और गिरावट देखने को मिल सकती है.

निवेशकों को मोटा नुकसान

गुरुवार को शेयर बाजार में गिरावट की वजह से बाजार बंद होने से पहले निवेशकों को 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा नुकसान हो चुका है.निवेशकों का नुकसान और फायदा बीएसई के मार्केट कैप से तस होता है. एक दिन पहले बीएसई का मार्केट कैप 400 करोड़ रुपए के पार था, जोकि गुरुवार को कारोबारी सत्र के दौरान 3,93,34,896.14 करोड़ रुपए पर आ चुका है. इसका मतलब है बीएसई के मार्केट कैप को यानी निवेशकों को 7,34,513.48 करोड़ रुपए का नुकसान हो चुका है. वहीं दो मई के बाद से निवेशकों को करीब 12.89 लाख करोड़ की गिरावट देखने को मिल चुकी है.

इन 5 कारणों से गिर रहा शेयर बाजार

  1. लोकसभा चुनाव : जानकारों की मानें तो भारतीय शेयर बाजार ने पहले ही लोकसभा चुनावों में भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए की जीत को कम कर दिया है. जिसकी वजह से शेयर बाजार में समय से पहले मुनाफावसूली शुरू हो गई है. ये बिकवाली केवल फ्रंटलाइन लार्ज-कैप शेयरों में ही दिखाई दे रही है. गुरुवार को स्मॉल-कैप और मिड-कैप इंडेक्स में तेजी आई और उन्होंने फ्रंटलाइन इंडेक्स को पीछे छोड़ दिया है.
  2. विदेशी निवेशकों की बिकवाली : प्रॉफिटमार्ट सिक्योरिटीज के अविनाश गोरक्षकर ने मीडिया रिपोर्ट में कहा कि एफआईआई इस महीने भारी बिकवाली कर रहे हैं. मई 2024 में गुरुवार तक कैश सेगमेंट से एफआईआई 15863 करोड़ रुपए बेच चुके हैं. जबकि फ्यूचर एंड ऑप्शन (एफएंडओ) सेगमेंट में एफआईआई 5,292 करोड़ रुपए निकाल चुके हैं.
  3. यूएस फेड का हॉकिश : एसएमसी ग्लोबल सिक्योरिटीज के सौरभ जैन ने मीडिया रिपोर्ट में कहा कि हाल ही में कुछ यूएस फेड अधिकारियों की हॉकिश बातों ने भारतीय शेयरों पर अतिरिक्त दबाव डाला है. इस महीने की शुरुआत में कुछ मुनाफावसूली देखने के बाद, इस तरह के बयानों की वजह से अमेरिकी डॉलर में तेजी देखने को मिली है. जिसकी वजह से यूएस ट्रेजरी यील्ड में बढ़ोतरी देखी गई है.
  4. उम्मीद से खराब चौथी तिमाही नतीजे : मीडिया रिपोर्ट में सौरभ जैन कहते हैं कि वित्त वर्ष 2024 के चौथी तिमाही के नतीजे जिस तरीके के आने चाहिए थे. वो देखने को नहीं मिले हैं. इसका असर भी शेयर बाजार में में देखने को मिल रहा है. अगले एक हफ्ते तिमाही नतीजों का मौसम भी खत्म होने वाला है. उससे पहले निवेशकों की ओर मुनाफा वसूली की जा रही है.
  5. VIX इंडेक्स में तेजी : VIX इंडेक्स में लगातार इजाफे ने नए खरीदारों के बीच भी संदेह पैदा कर दिया है, जो मौजूदा अस्थिर बाजार में पैसा लगाने से कतरा रहे हैं. जैसा कि भारत VIX इंडेक्स में लोकसभा चुनावों के दौरान चढ़ने का इतिहास रहा है. प्रॉफिटमार्ट सिक्योरिटीज के अविनाश गोरक्षकर ने कहा कि अभी आम चुनाव 2024 के बीच में हैं, जैसे-जैसे हम चुनाव नतीजों की तारीख के करीब आएंगे, अस्थिरता और बढ़ने की उम्मीद है.

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